MP में कोरोना का कहर, मंत्री ने शुरू करवाया कोविड सेंटर, ऑक्सीजन से लेकर रहना-खाना तक फ्री
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सागर जिले में मंत्री गोपाल भार्गव ने अपने विधानसभा क्षेत्र के गढ़ाकोटा में 70 बेड का कोविड सेंटर स्थापित किया है. जिसमें सिटी स्कैन से लेकर, ऑक्सीजन, दवाएं, रहना-खाना सब कुछ फ्री है. साथ ही मनोरंजन के लिए भी उचित इंतजाम किये गए हैं.
मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 12,421 नए मामले सामने आए. इस दौरान 86 लोगों की मौत हो गई. हालांकि, बीते 24 घंटों में 12,965 लोग रिकवर भी हुए. मध्य प्रदेश में कोरोना के कुल 6,37,406 मामले हो चुके हैं. जबकि कोरोना से कुल 5,42,632 लोग रिकवर भी चुके हैं. प्रदेश में कोरोना के चलते अबतक 6160 लोगों की जान चुकी है. प्रदेश में 88,614 एक्टिव केस हैं.मध्य प्रदेश में तेजी से फैल रहे कोरोना के बीच सीएम शिवराज ने प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू (लॉकडाउन) की अवधि बढ़ा कर 15 मई कर दी. इस दौरान कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करना होगा.छत्तीसगढ़ में एक बीजेपी समर्थक ने पार्टी के चुनाव जीतने पर अपनी ऊंगली काटर मंदिर में देवी मां की चरणों में अर्पित कर दिया. दरअसल दुर्गेश पांडे नाम का यह शख्स रुझानों में कांग्रेस उम्मीदवार को आगे देखकर डिप्रेशन में चला गया और उसने मंदिर में बीजेपी की जीत की मन्नत मांगी, फाइल रिजल्ट आने के बाद मन्नत पूरी होने पर दुर्गेश ने मंदिर में अपनी उंगली काट ली और उसे प्रतिमा पर चढ़ा दिया.
इससे पहले शुक्रवार को नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया था. इस दौरान राष्ट्रपति ने मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनित किया. वह रविवार को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के लिए तैयार हैं. मोदी की अगुवाई में एनडीए ने 543 लोकसभा सीटों में से 293 सीटें जीती हैं.
याचिका के मुताबिक कोर्ट में अर्जी दाखिल करने वालों के संज्ञान में पेपर लीक के कई मामले आए थे. उम्मीदवारों का तर्क है कि नीट का कथित पेपर लीक संविधान के अनुच्छेद 14 में वर्णित समानता के अधिकार का उल्लंघन है, क्योंकि इस हरकत ने कुछ उम्मीदवारों जिन्होंने निष्पक्ष तरीके से परीक्षा देने का विकल्प चुना था, उनके मुकाबले दूसरों को अनुचित लाभ मिला.
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नफ़रत, गुस्से और तीन-तीन मौत की ये एक ऐसी दर्दनाक कहानी है, जिस पर यकीन करना भी मुश्किल है. वो इसलिए क्योंकि इस कहानी में नफ़रत और गुस्से की स्याह परछाई से ज़्यादा मोहब्बत और कुरबत की खूबसूरती दिखती है.