Law and Order: जानिए, क्या होती है पुलिस गार्द, कैसे करती है काम?
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अपराध को रोकना, पता लगाना, पंजीकरण करना, जांच करना और अपराधियों पर मुकदमा चलाना राज्य सरकारों का प्राथमिक कर्तव्य होता है. सरकार के लिए इस काम को अंजाम तक पहुंचाती है पुलिस. पुलिस में कई तरह के आंतरिक विभाग होते हैं. इसी के तहत सशस्त्र पुलिस में होती है पुलिस गार्द.
हमारे देश के सभी राज्यों (States) में कानून व्यवस्था (Law and Order) को बनाए रखने की जिम्मेदारी पुलिस (Police) के कंधों पर है. इसी व्यवस्था के तहत हर जिले (District) में पुलिस कई तरह से काम (work) करती है. इसके लिए पुलिस के अलग-अलग अंग होते हैं. जैसे नागरिक पुलिस (civil police) और दूसरी सशस्त्र पुलिस (Armed Police). इसी प्रकार से पुलिस में एक होती है पुलिस गार्द (Police Gard). जी हां, आपने सही पढ़ा पुलिस गार्द. आइए जानते हैं कि पुलिस गार्द क्या होती है? और इसका काम क्या है?
लॉ एंड ऑर्डर (Law and Order) यानी पुलिस और लोक व्यवस्था (Police and Public Order) भारत के संविधान (constitution of india) की सातवीं अनुसूची के तहत राज्य के विषय (State subjects) हैं. इसलिए, अपराध को रोकना, पता लगाना, पंजीकरण करना, जांच करना और अपराधियों पर मुकदमा चलाना राज्य सरकारों का प्राथमिक कर्तव्य होता है. सरकार के लिए इस काम को अंजाम तक पहुंचाती है पुलिस. पुलिस में कई तरह के आंतरिक विभाग होते हैं. इसी के तहत सशस्त्र पुलिस में होती है पुलिस गार्द.
क्या होती है पुलिस गार्द (What is Police Gard) पुलिस गार्द में सशस्त्र पुलिस के जवानों का एक दल होता है, जो आवश्यकता पड़ने पर शांति व्यवस्था बनाए रखने और सुरक्षा के लिहाज से किसी भी स्थान पर या किसी व्यक्ति विशेष के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक या पुलिस कमिश्नर के आदेश पर तैनात किया जाता है. यूपी में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय कुमार के मुताबिक एक पुलिस गार्द में पांच जवान होते हैं. जिसमें एक हेड कांस्टेबल और चार कांस्टेबल शामिल होते हैं.
अधिकांश पुलिस गार्द की तैनाती वीआईपी, वीवीआईपी और व्यक्ति विशेष के साथ या उनके निवास या कार्यालय पर की जाती है. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ज़रुरत पड़ने पर ही पुलिस गार्द को ऐसे स्थान पर तैनात किया जाता है, जहां माहौल तनावपूर्ण हो. वैसे ऐसा कम ही होता है. पुलिस गार्द का मुख्यालय संबंधित जनपद की पुलिस लाइन होती है. जहां वे प्रतिसार निरीक्षक को रिपोर्ट करते हैं.
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आपको बता दें कि पुलिस गार्द में तैनात सभी जवान सशस्त्र पुलिस बल का हिस्सा होते हैं. सशस्त्र पुलिस के जवानों को जिले में रहने वाले आला अधिकारियों (top officials) और सांसदों, विधायकों (MPs, MLAs) की सुरक्षा (Security) के लिए गनर (Gunner) और पीएसओ (PSO) के तौर पर भी तैनात किया जाता है. जनपद में निवास करने वाले वीआईपी (VIP) और वीवीआईपी (VVIP) के साथ या उनके निवास पर पुलिस गार्द तैनात की जाती है.
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