Kashmir में खौफ मचाने वाले दहशतगर्दों की तलाश जारी, पुंछ में मोर्चे पर 'सेनापति'
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जम्मू कश्मीर में चार दिन के भीतर 9 जवानों की जान लेने वाले आतंकी कहां गुम हो गए? कश्मीर में खौफ मचाने वाले दहशतगर्दों की तलाश जारी है और आज हालात का जायजा लेने खुद आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे पुंछ में एलओसी पर है. राजौरी-पुंछ के जंगल में पिछले नौ दिन से आतंकियों की तलाश हो रही है. जनरल नरवणे आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबल द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन का जायजा लेने पहुंचे हैं. साथ ही कश्मीर की सुरक्षा हालात की भी समीक्षा करेंगे. एलओसी पर आर्मी चीफ की मौजूदगी ये बताने के लिए काफी है कि पुंछ में दो हमलों में नौ जवानों की मौत को सेना ने कितनी गंभीरता से लिया है. पुंछ में आर्मी चीफ की मौजूदगी के बीच यहां के जंगल में सर्च ऑपरेशन भी जारी है. देखें ये एपिसोड.
नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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