Kaali Controversy: लीना पर भारत में दर्ज FIR का क्या होगा? काली पोस्टर विवाद पर विदेश मंत्रालय ने दिया जवाब
AajTak
लीना मणिमेकलई ने जब ट्विटर पर अपनी फिल्म काली का पोस्टर जारी किया तो भारत में तूफान खड़ा हो गया. भारत में बढ़ते विवाद को देखकर कनाडा में भारतीय उच्चायोग तुरंत एक्शन में आया और बयान जारी किया.
कनाडा में जारी किए गए डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली के पोस्टर विवाद पर भारत के विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उन्होंने कनाडा के अधिकारियों को कहा है कि ऐसे भड़काऊ कंटेंट के खिलाफ कार्रवाई की जाए. भारत में इस विवाद को लेकर फिल्म मेकर लीना मणिमेकलई के खिलाफ दर्ज किए गए FIR पर विदेश मंत्रालय ने कहा है कि FIR हमारे देश का आंतरिक मामला है.
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ओटावा में हमारे उच्चायोग ने एक बयान जारी किया है. इसके बाद इस फिल्म को दिखाने के लिए प्लेटफॉर्म मुहैया कराने वाले दोनों आयोजकों ने खेद जताया और फिल्म को वहां से हटा दिया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि अब इस मामले में जोड़ने के लिए कुछ नहीं है. इस मामले में दर्ज हुए FIR देश के आंतरिक मामले हैं.
बता दें कि लीना मणिमेकलई द्वारा जारी गए इस फिल्म के पोस्टर में देवी काली को गलत तरीके चित्रित किया गया था और उन्हें सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था. लीना ने इस पोस्टर को ट्विटर पर जारी किया था. लीना के इस पोस्टर पर भारत में बवाल हो गया और इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाने लगी.
पढ़ें: धर्म का एकतरफा अनादर समस्याएं पैदा कर रहा है, काली पोस्टर विवाद पर बोले अमीश त्रिपाठी
इसके बाद ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने एक बयान जारी कर इस पोस्टर की आलोचना की और आगा खान म्यूजियम और अंडर द टेंट प्रोजेक्ट से अपील की कि इस डॉक्युमेंट्री फिल्म को न दिखाया जाए.
भारतीय उच्चायोग की अपील पर अमल करते हुए आगा खान म्यूजियम ने खेद जताया. म्यूजियम प्रशासन ने कहा कि उन्हें इस बात का खेद है कि अंडर द टेंट प्रोजेक्ट के तहत दिखाई जाने वाली 18 छोटी वीडियोज में से एक को लेकर विवाद हुआ है. हिंदू समाज के लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है. इसके बाद आगा खान म्यूजियम ने इस डाक्युमेंट्री को हटा लिया.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.