Jhajjar: ग्राम पंचायत की मीटिंग में हंगामा, महिला सरपंच ने पुरुष पंच को जड़ा थप्पड़
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झज्जर में ग्राम सभा की बैठक के दौरान एक महिला सरपंच ने सबके सामने पंच को थप्पड़ जड़ दिया. पीड़िता पंच वेदपाल का कहना है कि ग्राम सभा की बैठक चल रही थी. उस दौरान उन पर गलत प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया गया. सरपंच द्वारा ग्राम पंचायत मेंबरों को ना तो कोई एजेंडा बताया गया और न ही विकास कार्यों के बारे में कोई जानकारी दी गई.
हरियाणा के झज्जर में ग्राम सभा की बैठक के दौरान एक महिला सरपंच ने सबके सामने पंच को थप्पड़ जड़ दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि गांव बाबरा में विकास कार्यों को लेकर बैठक बुलाई गई थी. जिसमें जमकर हंगामा हुआ. सरपंच साधना देवी व ग्राम पंचायत मेंबर वेदपाल के बीच विकास कार्यों के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर को लेकर कहासुनी हुई. इसके बाद विवाद बढ़ गया.
पीड़िता पंच वेदपाल का कहना है कि ग्राम सभा की बैठक चल रही थी. उस दौरान उन पर गलत प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया गया. सरपंच द्वारा ग्राम पंचायत मेंबरों को न तो कोई एजेंडा बताया गया और न ही विकास कार्यों के बारे में कोई जानकारी दी गई. जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो गुस्से में आकर महिला सरपंच साधना देवी ने सबके सामने मुझे थप्पड़ मार दिया.
सरपंच के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई
इस मामले की शिकायत पंच वेदपाल थाने में की. साथ ही वेदपाल ने कहा कि अगर पुलिस द्वारा सरपंच के खिलाफ कोई एक्शान नहीं लिया जाएगा तो वह आत्महत्या कर लेगा. ग्रामीणों का कहना है कि भाजपा के एक बड़े नेता का सिर पर हाथ होने के कारण लगातार सरपंच पति द्वारा ग्रामीणों को परेशान किया जाता है.
डीएसपी ने कार्रवाई का पूरा भरोसा दिलाया
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए. मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के नेतृत्व में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए. तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया. 2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता बने रहे.
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