
Himachal Result: 'वीरभद्र सिंह के नाम पर चुनाव जीती कांग्रेस', प्रतिभा सिंह के बयान से हिमाचल में बढ़ी हलचल
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हिमाचल प्रदेश के नतीजे कांग्रेस के लिए राहत लेकर आए हैं. पार्टी ने 40 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत हासिल कर लिया है. राज्य में BJP महज 25 सीटों पर सिमटकर रह गई है. खास बात यह है कि इस बार भी राज्य ने हर 5 साल में सरकार बदलने के ट्रेंड को बरकरार रखा है.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद अब मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. फिलहाल कांग्रेस ने किसी का नाम तय नहीं किया है, लेकिन पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह के बयानों ने राज्य में सियासी हलचल बढ़ा दी है.
प्रतिभा सिंह ने गुरुवार शाम कहा, 'विधायक अपना नेता चुनेंगे और अपनी राय पार्टी आलाकमान को बताएंगे. मैं यह नहीं कह रही की मैं मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हूं, लेकिन यह चुनाव वीरभद्र सिंह के नाम पर जीता गया है. क्या आप उनके परिवार की विरासत को नजरअंदाज कर सकते हैं.' बता दें कि कांग्रेस विधायकों की शुक्रवार को शिमला में बैठक होनी है. कांग्रेस के पर्यवेक्षक भूपेंद्र हुड्डा और भूपेश बघेल मुख्यमंत्री का चेहरा तय करने के लिए शिमला जा रहे हैं.
वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह साल 1998 में सक्रिय राजनीति में आई थीं. उन्होंने मंडी संसदीय क्षेत्र से पहला चुनाव लड़ा था. इसमें बीजेपी के महेश्वर सिंह एवं उनके समधी ने उन्हें करीब सवा लाख मतों से हराया था. महेश्वर सिंह उनके समधी हैं.
जयराम को भी हरा चुकी हैं प्रतिभा
इसके बाद साल 2004 के लोकसभा चुनाव में दूसरी बार प्रतिभा ने किस्मत आजमाई थी. इसमें समधी महेश्वर से पुरानी हार का बदला लिया और संसद पहुंची थीं. वहीं, साल 2012 में प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद वीरभद्र सिंह ने लोकसभा से त्यागपत्र दे दिया था. इसके बाद 2013 में उपचुनाव हुआ. इसमें प्रतिभा सियासी रण में उतरीं. इस चुनाव में उन्होंने जयराम ठाकुर को भारी मतों से हराया था.
6 महीने पहले ही मिली थी कमान

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