
Gujarat Election 2022: किसे मिलेगी मुस्लिम बाहुल्य सीट मांडवी में जीत, BJP का रहा है जलवा
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साल 2007, 2012 और 2017 तीनों विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस सीट पर अपने उम्मीदवारों को बदला है. वर्तमान में इस सीट से बीजेपी के विरेन्द्रसिंह जाडेजा विधायक हैं. अब देखना होगा की बीजेपी उन्हें ही रिपीट करती है या नये चेहरे को मैदान में उतारेगी. एआईएमआईएम और आम आदमी पार्टी की नजर भी इस सीट पर है.
गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी और ओवैसी की AIMIM भी एक्टिव हो गई है. गुजरात में 10 फीसदी वोट बैंक मुस्लिमों का है. ऐसे में मुस्लिम वोट बैंक की असर वाली सीटों पर ओवैसी की नजर है. ऐसी ही एक सीट है कच्छ जिले की मांडवी विधानसभा सीट. अपने बंदरगाह और लकड़ी के जहाज के लिए मांडवी शहर को जाना जाता है.
गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी का टारगेट 150 सीट पर जीत दर्ज करने का है. बीजेपी ने मांडवी विधानसभा पर लंबे वक्त से अपना प्रभुत्व बनाए रखा है. मुस्लिम बहुल सीट होने के बावजूद भी यहां सालों से बीजेपी के प्रत्याशी ही जीतते आ रहे हैं. साल 1985 से 2002 तक इस सीट पर बीजेपी की जीत मिली है. जिस में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री सुरेश महेता का नाम दर्ज है. साल 2002 में गुजरात दंगों के बाद इस सीट पर कांग्रेस के छबील पटेल ने जीत हासिल की थी लेकिन 2007 के चुनाव में छबील पटेल हार गए.
साल 2007, 2012 औऱ 2017 तीनों विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस सीट पर हर बार अपने उम्मीदवारों को बदला. वर्तमान में इस सीट से बीजेपी के विरेन्द्रसिंह जाडेजा विधायक हैं. अब देखना होगा की बीजेपी उन्हें ही रिपीट करती है या नये चेहरे को मैदान में उतारेगी.
मुस्लिमों के 50 हजार वोट
मांडवी विधानसभा सीट को मुस्लिम बाहुल्य सीट माना जाता है क्योंकि यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 50 हजार से ज्यादा है. गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 के आंकड़े देखें तो मांडवी सीट पर मुस्लिमों के बाद सबसे बड़ा वोट बैंक पाटीदारों का है जिनका 25 हजार का वोट बैंक है. दलितों के 31 हजार वोट हैं वहीं 21 हजार राजपूत वोट है.
2017 के विधानसभा चुनाव में यहां से भारतीय जनता पार्टी के विरेन्द्रसिंह जाडेजा के सामने कांग्रेस के दिग्गज नेता शक्तिसिंह गोहिल चुनावी मैदान में थे. शक्तिसिंह गोहिल करीबन 9 हजार मतों से चुनाव हार गये थे.

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