Ground Report: 'यह गुर्जरों का गांव है, वो जानती है वापस आने पर क्या होगा...', बोले अंजू के पड़ोसी
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भारत से पाकिस्तान पहुंची अंजू ने जब से नसरुल्ला से निकाह किया है, तभी से ग्वालियर के टेकनपुर निवासी उस पर भड़के हुए हैं. दरअसल, टेकनपुर में अंजू का मायका है. उनका कहना है कि वे लोग अंजू को गांव में घुसने नहीं देंगे. उसी के कारण गांव की बदनामी हो रही है.
ये गुर्जरों का गांव है... अंजू अच्छे से जानती है कि अगर वो वापस यहां आई तो उसके साथ क्या होगा... ऐसा कहना है अंजू के पिता के गांव वालों का. यानि जहां अंजू का मायका है. बता दें, भारत से पाकिस्तान पहुंची अंजू शादी से पहले मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहती थी. लेकिन 2007 में जब अलवर के रहने वाले अरविंद से उसकी शादी हुई तो उसने ग्वालियर छोड़ दिया. हालांकि, अंजू का मायका अभी भी ग्वालियर के टेकनपुर में ही है.
जब से अंजू ने पाकिस्तान जाकर नसरुल्ला से निकाह किया है, तभी से टेकनपुर के निवासी भड़के हुए हैं. अंजू के पिता और परिवार को अब गांव से बाहर निकालने की योजना बनाई जा रही है. गांव वालों का कहना है कि अंजू की वजह से गांव की बदनामी हो रही है, जिससे वे गया प्रसाद थॉमस को नया ठिकाना ढूंढने के लिए कह रहे हैं.
बता दें, भारत में अपने बच्चे और पति को छोड़कर अंजू पाकिस्तान में अपने कथित प्रेमी नसरुल्लाह से मिलने गई हुई है. अंजू की पाकिस्तान से लगातार तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. अटकलें ये भी लगाई जा रही हैं कि अंजू ने पाकिस्तान में नसरुल्लाह से शादी कर ली है, लेकिन अंजू और नसरुल्लाह की तरफ से अभी तक ऐसा कोई बयान सामने नहीं आया है. इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जांच के आदेश दे दिए हैं.
गांव वालों से जब ये सवाल किया गया कि अगर अंजू पिता से मिलने आती है तो क्या करेंगे. इस पर जवाब सामने आया कि अगर ऐसी कोई बात आती है तो पिता और परिवार को भी गांव से बाहर निकाल देंगे. गांव वालों ने कहा, ''बेशक भारत सरकार इस मामले को देख रही है. पर यहां उसको हम घुसने नहीं देंगे. विरोध करने की तो आवश्यकता नहीं है. क्योंकि हमारा गांव एक समूह का है. बात करने की तो आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी. ये तो उसको भी पता है कि हमारा गांव कैसा है. उसको यहां नहीं घुसने दिया जाएगा.''
'अंजू के गांव में घुसने नहीं देंगे'
गया प्रसाद के पड़ोसियों ने कहा, ''अंजू टेकनपुर के बारे में अच्छे से जानती है. उसे पता है कि यह गुर्जरों का गांव है. अगर वह वापस यहां लौटी को उसके साथ क्या-क्या हो सकता है. इसलिए हम उसे यहां घुसने ही नहीं देंगे. हम उसके परिवार को भी यहां नहीं रहने देना चाहते हैं. क्योंकि अंजू के कारण ही गांव का नाम खराब हुआ है.''
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