
Earthquake: लद्दाख से जापान तक हिल गई धरती, टोक्यो में 7.3 की तीव्रता का भूकंप, सुनामी की चेतावनी जारी
AajTak
Earthquake hits Ladakh : लद्दाख में आज शाम लगभग 7:05 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. जिसकी तीव्रता 5.2 मापी गई.
लद्दाख में भूकंप (Earthquake in Ladakh) के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.2 मापी गई है. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के मुताबिक भूकंप के झटके देर शाम लद्दाख में 7:05 बजकर महसूस किए गए है.
भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर आ गए. फिलहाल इन भूकंप के झटकों में किसी प्रकार के जान माल की हानि की जानकारी नहीं मिली है. हालांकि लोगों में दहशहत का माहौल है. स्थानीय मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि भूकंप की गहराई 110 किमी, देशांतर 75.18 पूर्व और अक्षांश 36.01 उत्तर था.
जापान में भी महसूस किए गए भूकंप के झटके जापान में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर 7.3 तीव्रता मापी गई. भूकंप के झटकों के साथ ही जापान में सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया है.
क्यों महसूस किए जाते हैं भूकंप के झटके बता दें पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं. नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.









