Delhi Pollution: प्रदूषण से राहत! दिल्ली के इस इलाके की हवा सबसे साफ, जानें AQI
AajTak
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में कमी देखी जा रही है. दिल्ली ने जनवरी-सितंबर 2023 की अवधि के लिए अपना सबसे अच्छा दैनिक औसत AQI दर्ज किया है, जो पिछले 6 सालों की तुलना में सबसे कम है. आइए जानते हैं दिल्ली के अलग-अलग इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स.
अक्टूबर के महीने की शुरुआत के साथ ही हल्की ठंड ने दस्तक दे दी है. लेकिन गुलाबी ठंड के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की समस्या साथ लेकर आती है. ऐसे में दिल्ली सरकार समय से पहले ही एक्टिव हो गई है. दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता यानी एयर क्वालिटी खराब ना हो इसके लिए केजरीवाल सरकार ने विंटर एक्शन प्लान तैयार कर लिया है और कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने भी 1 अक्टूबर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) लागू कर दिया है.
6 सालों में सबसे कम एक्यूआई
वहीं, पिछले कई साल से प्रदूषण के स्तर में कमी भी देखी जा रही है. दिल्ली ने जनवरी-सितंबर 2023 की अवधि के लिए अपना सबसे अच्छा दैनिक औसत AQI दर्ज किया है, जो पिछले 6 साल यानी 2016 से 2023 (कोविड प्रभावित 2020 को छोड़कर) की इसी अवधि की तुलना में है. जनवरी-सितंबर 2023 की अवधि में दिल्ली का दैनिक औसत AQI 167 दर्ज किया गया है, जबकि 2022 में 184, 2021 में 180, 2019 में 188 और 2018 में इसी अवधि के दौरान 193 AQI दर्ज किया गया.
दिल्ली के इस इलाके में सबसे कम एक्यूआई
आज (3 अक्टूबर) के वायु गुणवत्ता सूचकांक की बात करें तो दोपहर 12 बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 151 दर्ज किया गया. मंगलवार को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (79) और अशोक विहार (100) में सबसे कम एक्यूआई दर्ज किया गया. सबसे ज्यादा की बात करें तो मुंडका में एक्यूआई 240 और दिलशाद गार्डन में 215 मापा गया.
बता दें कि शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI ‘गंभीर’ माना जाता है. GRAP पहला स्टेज तब एक्टिव होगा जब एयर क्वॉलिटी इंडेस्क यानी AQI 200 से ज्यादा होने का पूर्वानुमान होगा.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.