Delhi Police ने किया शातिर गैंग का पर्दाफाश, एयरलाइंस में जॉब देने का झांसा देकर ऐसे करते थे ठगी
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Delhi News: दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो बेरोजगार युवाओं को एयरलाइंस में नौकरी देने के नाम पर ठगी करते थे. पुलिस गैंग के 5 लोगों को अरेस्ट किया है.
Delhi News: दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो सैकड़ों युवकों को नौकरी देने के नाम पर ठगी करता था. इस गैंग ने बेरोजगार युवकों को एयरलाइंस में नौकरी देने का वादा किया था. पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 57 सिम कार्ड, 25 मोबाइल फोन, 23 डेबिट कार्ड, 4 वाईफाई राउटर फर्जी नौकरी की चिट्ठियां ऑफर लेटर जो प्राइवेट एयरलाइन से जुड़े हुए हैं, बरामद किए हैं.
साथ ही पुलिस ने 13 बैंक अकाउंट भी सीज किए हैं, जो आरोपियों से जुड़े हुए थे. पुलिस ने इस मामले में दीपक उर्फ मामा, अंकित, संदीप, अभिनेद्र और पुष्पेंद्र को गिरफ्तार किया गया है. यह सभी मिलकर फर्जी जॉब देने का रैकेट चला रहे थे और एयरलाइन में नौकरियां देने का वादा करते थे.
दरअसल, अर्जुन सिंह नाम के एक शख्स ने साइबर पुलिस स्टेशन में कंप्लेंट की थी कि उससे रिज्यूम मांगा गया और नौकरी के नाम पर उससे ठगी की गई जिससे ₹14, 225 अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए गए लेकिन उसके बावजूद भी उसको ऑफर लेटर या नौकरी नहीं दी गई. पुलिस ने एक जांच शुरू की तो इस गैंग का पता चला.
ये आरोपी नोएडा में रहकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे. यह सभी आरोपी नौकरी की एक मशहूर वेबसाइट से बेरोजगार युवकों का डाटा कलेक्ट करते थे और एयरलाइन में नौकरी देने का झांसा देकर फर्जी टेली इंटरव्यूज कंडक्ट करवाते थे. फीस लेने के नाम पर भारी-भरकम रकम वसूलने के बाद अपने फोन बंद कर लिया करते थे.
पुणे पोर्श कार हादसे में क्राइम ब्रांच ने एक्शन लेते हुए आरोपी नाबालिग की मां को भी हिरासत में ले लिया है. नाबालिग आरोपी की मां शिवानी अग्रवाल ने बेटे के ब्लड सैंपल से ना केवल छेड़छाड़ की थी बल्कि इसे बदल भी दिया था. जैसे ही यह खबर सामने आई तो शिवानी अंडरग्राउंड हो गई. फाइनली पुणे पुलिस ने उसे खोज निकाला है. वह कल रात वह मुंबई से पुणे आई थी. गिरफ्तारी की औपचारिकताएं जल्द ही पूरी होंगी.
चुनाव आयोग ने हर उम्मीदवार के चुनावी खर्च की सीमा तय कर रखी है. लोकसभा चुनाव में हर उम्मीदवार 95 लाख रुपये तक खर्च कर सकता है. जबकि, विधानसभा चुनाव में ये सीमा 28 लाख से लेकर 40 लाख रुपये तक है. अरुणाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्यों में लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार 75 लाख और विधानसभा चुनाव में 28 लाख रुपये खर्च कर सकता है.
बाइडेन ने व्हाइट हाउस में कहा कि हर कोई जो शांति चाहता है, उन्हें अपनी आवाज उठानी चाहिए. अब समय आ गया है कि इस जंग को खत्म कर दिया जाए. उन्होंने दोनों पक्षों के नेताओं से आह्वान किया है कि इस मौके को मत गंवाए. बाइडेन के मुताबिक, इस प्रस्तावित शांति योजना के पहले चरण में छह हफ्तों का सीजफायर शामिल है, जिस दौरान इजरायल और हमास सात अक्तूबर के हमले के बाद से शुरू हुई जंग को खत्म करने पर चर्चा करेंगे.
सातवें चरण में लगभग 5.24 करोड़ पुरुष, 4.82 करोड़ महिलाएं और 3,574 थर्ड जेंडर मतदाता सहित 10.06 करोड़ से अधिक नागरिक मतदान करने के पात्र हैं. आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती, अभिनेत्री कंगना रनौत, रवि किशन, निशिकांत दुबे भी मैदान में हैं.