Delhi: कोरोना केस मिलने पर पूरा स्कूल बंद होगा या फिर सिर्फ क्लासरूम? सिसोदिया ने दूर किया कन्फ्यूजन
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दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने स्कूलों के लिए गाइडलाइन जारी की थी. अब उस गाइडलाइन पर ही कन्फ्यूजन हो गया है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उस पर बयान दिया है.
राजधानी दिल्ली में कोरोना मामले फिर बढ़ने लगे हैं. कल दिल्ली में कोरोना के 325 नए मामले सामने आए हैं. स्कूलों में भी कोरोना संक्रमित मिलने लगे हैं. इसी वजह से कल दिल्ली सरकार ने स्कूलों के लिए नई गाइडलाइन जारी की थी. गाइडलाइन के मुताबिक स्कूल में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने पर उस विंग को फौरन बंद कर दिया जाए.
अब गाइडलाइन के इसी पहलू पर स्कूलों के बीच कन्फ्यूजन देखने को मिला. सवाल पूछे जाने लगे कि कोरोना मामले आने पर क्या पूरा स्कूल ही बंद करवा दिया जाएगा? अब डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इस कन्फ्यूजन को दूर कर दिया है. उन्होंने जोर देकर कहा है कि गाइडलाइन में सिर्फ इतना कहा गया है कि कोरोना मामला आने पर उस विंग को या फिर क्लासरूम को बंद कर दिया जाए. अगर स्कूल प्रशासन को लगता है कि कोई संक्रमित बच्चा पूरे विद्यालय में घूमा है और कई चीजों के संपर्क में आया है, ऐसे में वे पूरे स्कूल को बंद करने का फैसला भी ले सकते हैं.
इसका मतलब ये है कि गाइडलाइन में सिर्फ क्लासरूम या फिर विंग को बंद करने की बात कही गई है, वहीं अगर स्कूल प्रशासन चाहे तो स्थिति को देखते हुए पूरे विद्यालय को बंद करने का फैसला भी ले सकता है. वैसे स्कूलों में कोरोना संक्रमण की बात पर शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि केवल 3-4 स्कूलों के बच्चों में संक्रमण की जानकारी मिली है. इसमें अधिकांश छात्र और शिक्षक स्कूल परिसर में संक्रमित नहीं पाए गए हैं बल्कि उन्होंने स्कूल को संक्रमित होने की जानकारी दी है. अभी हास्पिटलाइज़ेशन नहीं बढ़ा है इसलिए घबराने की कोई बात नहीं है.
सरकार ने जोर देकर कहा है कि सभी स्कूलों में कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन होना है. सभी को मास्क पहनना है, सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करना है और समय-समय पर अपने हाथ धोने हैं.
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