CM रहते चुनाव हारे कॉमरेड भट्टाचार्य, बंगाल का इंडस्ट्रियल लैंडस्केप बदलने का बुद्धदेब विजन रहा फेल
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कॉमरेड बुद्धदेब भट्टाचार्य वाम की धारा के विपरित चले, बंगाल में उन्होंने 'कोर्स करेक्शन' की पहल की. 'बिग इंडस्ट्री' और 'बिग कैपिटल' से मार्क्सवादियों का जो चिर-परिचित विरोध था उसे उन्होंने बदलने की कोशिश की थी.
बुद्धदेब दा बंगाल के मुख्यमंत्री रहते जब उद्योगपतियों से मिलते तो उनसे अक्सर कहा करते कि ऑक्सफोर्ड की इंग्लिश डिक्शनरी में बंगाल का एक मात्र योगदान रहा है और ये है 'घेराव'. बुद्धदेब भट्टाचार्य लेफ्ट सरकार की इस छवि को तोड़ना चाहते थे. इसलिए वो कॉमरेड धारा के विपरित चले, बंगाल में उन्होंने 'कोर्स करेक्शन' की पहल की. 'बिग इंडस्ट्री' और 'बिग कैपिटल' से मार्क्सवादियों का जो चिर-परिचित विरोध था, उसे उन्होंने बदलने की कोशिश की थी. बंगाल का इंडस्ट्रियल लैंडस्केप की मंशाकरीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.