Bulandshahr Assembly Seat: 2017 में बीजेपी का परचम, इस बार वोटरों का क्या है मिजाज?
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2017 की अगर बात करें तो बुलंदशहर की सातों विधानसभा सीट पर भगवा परचम लहराया था. वहीं, इस बार बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत जरूर लगाई है, लेकिन विरोधियों ने भी यहां से बड़ी चुनौती दे रखी है.
Bulandshahr Assembly Seat: उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव इस बार क्या गुल खिलाएगा, यह तो आने वाला समय तय करेगा, पर बुलंदशहर जनपद की बात करें तो यहां पर जाट, मुस्लिम, दलित और लोधी, राजपूत चुनावी समीकरण में अपनी भूमिका निर्णायक साबित करेंगे. कृषि प्रधान जनपद किसानों के मुद्दे और विकास को लेकर मतदान करने को तैयार है. खुर्जा की बात करें यहां बने चीनी मिट्टी के बर्तन विदेशों में सप्लाई किए जाते है. अब ODOP (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) के तहत इनको UP में चिन्हित किया गया है. दानवीर कर्ण की भूमि डिबाई हो या बुलंदशहर जिला मुख्यालय की सीट, सभी जगह मतदाता मुद्दों को लेकर मतदान करने के मूड में हैं.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.