Balrampur Assembly Seat: हर बार बदलती रही है हार-जीत, क्या फिर से लहराएगा भगवा झंडा
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फिलहाल बलरामपुर विधानसभा सीट पर अब तक 16 चुनाव हो चुके हैं. आंकड़ों के मुताबिक अभी तक कांग्रेस कुल 6 बार यहां से जीती है लेकिन 1996 के बाद से उसे कोई जीत नसीब नहीं हुई. सपा और बसपा ने भी यहां से अपना प्रतिनिधित्व किया.
उत्तर प्रदेश का बलरामपुर जिला प्रदेश के उन चंद जिलों में शामिल है जो किसी न किसी प्रधानमंत्री की राजनीतिक कर्मभूमि रही है. बलरामपुर (Balrampur Assembly Seat) पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की राजनीतिक कर्मस्थली के रूप में जानी जाती है. इसे जनसंघ का गढ़ भी कहा जाता है. 2012 में अनुसूचित जाति के लिए यह सीट आरक्षित हो गई.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.