9th क्लास के स्टूडेंट की मौत: स्कूल जाने से पहले दो बार लगा था मां के गले, पीटी क्लास में भी पूरी तरह था फिट
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Lucknow: अनवर सिद्दीकी का परिवार अपने 14 साल के बेटे को खोने से टूट चुका है. पिता एक कमरे में गुमसुम बैठे हुए हैं तो वहीं मां बेटे को याद कर बार-बार फफक-फफककर रो रही है. स्कूल जाने से पहले आतिफ दो बार गेट से लौट-लौटकर मां निकहत के लगे लगा था. जबकि ऐसा कभी नहीं होता था. यही नहीं, बीते 2 सितंबर को ही आतिफ का जुड़वां भाई अयान के साथ बर्थडे सेलिब्रेट किया गया था.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (CMS) छात्र आतिफ को फातिमी मस्जिद के पास कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया जा चुका है. 9वीं क्लास में पढ़ने वाले आतिफ की स्कूल में हुई मौत से हर कोई सकते में हैं. डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के दौरान मृतक का विसरा सुरक्षित कर लिया है. रिपोर्ट आने पर मौत की वजह साफ हो पाएगी.
उधर, मतीनपुरवा में रहने वाले अनवर सिद्दीकी का परिवार अपने 14 साल के बेटे को खोने से टूट चुका है. पिता एक कमरे में गुमसुम बैठे हुए हैं तो वहीं मां बेटे को याद कर बार-बार फफक-फफककर रो रही है. मां की भावुकता उस समय बढ़ जा रही है, जब वह बेटे को गले लगाने के उस पल को याद करती हैं. दरअसल, स्कूल जाने से पहले आतिफ दो बार गेट से लौट-लौटकर मां निकहत के लगे लगा था. जबकि ऐसा कभी नहीं होता था. यही नहीं, बीते 2 सितंबर को ही आतिफ का जुड़वां भाई अयान के साथ बर्थडे सेलिब्रेट किया गया था.
पीटी क्लास में भी फिट था आतिफ CMS स्कूल की अलीगंज ब्रांच में पढ़ने वाला 9वीं क्लास का छात्र आतिफ सिद्दीकी केमिस्ट्री क्लास से पहले पीटी क्लास में पूरी तरह चुस्त दुरुस्त दिखाई दे रहा था. लेकिन केमिस्ट्री के पीरियड में आतिफ को अचानक चक्कर आया और बेहोश होकर गिर गया. आनन फानन में आतिफ को अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिजनों का सवाल है कि केमिस्ट्री लैब में ऐसा क्रूा हुआ कि उनके बच्चे की मौत हो गई. हालांकि, स्कूल प्रबंधन के खिलाफ अभी तक कोई शिकायत पुलिस को नहीं दी गई है.
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पिता बोले- मेरा बेटा कभी बीमार नहीं हुआ, उसे कभी फीवर तक नहीं हुआ
बच्चे के पिता ने कहा कि मैं पोस्टमॉर्टम करवा रहा हूं, क्योंकि स्कूल प्रशासन पर शक है. स्कूल प्रशासन की तरफ से दो बातें कही गईं. एक बार कहा गया कि बच्चा ग्राउंड में खेल रहा था और गिर गया. दूसरी बार कहा गया कि बच्चा क्लास में गिर गया. ऐसे में दो बातें सामने आने के कारण मुझे कुछ शक हुआ. इसी कारण मैंने पोस्टमार्टम करवाने का फैसला लिया है. बेटा कभी बीमार नहीं हुआ. उसे फीवर कभी नहीं हुआ. वह बहुत ही अलग था और पढ़ने में तेज था.
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