39 के बदले 117 फिलिस्तीनी रिहा, हमास ने की सीजफायर बढ़ाने की मांग, क्या मानेगा इजरायल?
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अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता के बाद हमास और इजरायल चार दिवसीय युद्ध विराम के लिए सहमत हुए थे. समझौते के तहत हमास 50 बंधकों को रिहा करेगा, जिसके बदले इजरायल 150 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा. यानी 1 बंधक के बदले 3 कैदियों की रिहाई की डील हुई थी.
हमास और इजरायली के बीच हुए चारदिवसीय युद्धविराम समझौते के तीसरे दिन 17 और बंधकों की रिहाई हुई. इनमें 13 इजरायली और 4 विदेशी नागरिक शामिल हैं. हमास ने गाजा के एक अस्पताल में इन बंधकों को रेड क्रॉस इंटरनेशनल सोसायटी के वॉलंटियर्स के हवाले किया, जिन्होंने सभी को इजरायली सुरक्षा बलों को सौंप दिया. हमास ने अब तक बंधकों के तीन बैच को रिहा किया है, जिसमें 39 लोग शामिल थे. इसके बदले इजरायल ने अपनी जेलों में बंद 117 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है.
अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता के बाद हमास और इजरायल चार दिवसीय युद्ध विराम के लिए सहमत हुए थे. समझौते के तहत हमास 50 बंधकों को रिहा करेगा, जिसके बदले इजरायल 150 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा. यानी 1 बंधक के बदले 3 कैदियों की रिहाई की डील हुई थी. अब इस समझौते के तहत हमाय को और 11 बंधकों को रिहा करना है, बदले में इजरायल को 33 कैदियों को अपनी जेलों से छोड़ना है. संभावना है कि इजरायल इस संघर्ष विराम को और लंबा खींचने पर सहमत हो जाए, जिससे सभी बंधकों की रिहाई संभव हो सके.
हमास ने की संघर्ष विराम की अवधि बढ़ाने की मांग
हमास ने रविवार को एक बयान में घोषणा की कि वह इजरायल के साथ अपने चार दिवसीय संघर्ष विराम को बढ़ाने की मांग कर रहा है, जिससे अधिक से अधिक फिलिस्तीनी बंदियों को इजरायली जेलों से रिहा कराया जा सके. इजरायल ने शर्त रखी है कि हमास रोज 10 बंधक रिहा करे तो वह 1 दिन का सीजफायर करने के लिए तैयार है. इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मिस्र, कतर और संयुक्त राज्य अमेरिका की मध्यस्थता वाला संघर्ष विराम चार दिन से आगे बढ़ेगा. हालांकि, इजरायली नेताओं ने ऐसे संकेत दिए हैं कि युद्ध के स्थायी रूप से रुकने की संभावनाएं कम हैं. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा, 'हम जीतने तक गाजा में अभियान जारी रहेंगे'.
इधर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'इजरायली और फिलिस्तीनी लोगों की दीर्घकालिक सुरक्षा की गारंटी देने का एकमात्र तरीका द्वि-राष्ट्र समाधान है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि इजरायली और फिलिस्तीनी समान रूप से स्वतंत्रता और सम्मान के साथ रह सकें, हम इस लक्ष्य की दिशा में काम करना नहीं छोड़ेंगे'. आपको बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को अचानक इजरायल पर हमला बोल दिया था. इस हमले में 1400 से अधिक इजरायली नागरिक मारे गए थे और 240 लोगों को बंधक बना लिया गया था. जवाबी कार्रवाई में इजरायली ने गाजा पर धावा बोल दिया, जिसमें 10000 से अधिक लोग मारे गए.