338 कैंप, 2000 जवान तैनात...2 साल बाद शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के लिए ऐसी है दिल्ली पुलिस की तैयारी
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Delhi Police on Kanwar Yatra: हर साल, लाखों भगवान शिव भक्त गंगा नदी से पानी लेकर अपने मूल स्थान पर वापस लौटने के लिए कांवर यात्रा पर निकालते हैं. पुलिस के मुताबिक, कांवरिया बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंचते हैं और उनमें से कुछ दिल्ली की सीमाओं के रास्ते हरियाणा और राजस्थान जाते हैं. इस साल करीब 15-20 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.
Delhi Police on Kanwar Yatra: 14 जुलाई से कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) शुरू होने जा रही है. दिल्ली पुलिस ने 'कांवड़ यात्रा' से पहले सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं. खास बात ये है कि 2 साल बाद ये कांवड़ यात्रा होने जा रही है. कोरोना के चलते दो साल यह यात्रा नहीं निकाली गई. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 14 जुलाई से 26 जुलाई तक सुरक्षा और यातायात को लेकर विशेष व्यवस्था की गई है. पुलिस के मुताबिक, तीर्थयात्रियों की आवाजाही 21 जुलाई के बाद बढ़ने की उम्मीद है.
पुलिस के मुताबिक, तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. कांवड़ियों के लिए कुछ खास रूट बनाए गए हैं. कांवड़ियों के लिए कुल 338 कैंप लगाए जा रहे हैं. इतना ही नहीं पुलिस ने कांवड़ियों से तय रूट का इस्तेमाल करने की अपील की है.
पुलिस ने मोटर चालकों और सड़क का इस्तेमाल करने वाले लोगों से भी यातायात नियमों का पालन करने के लिए कहा है. पुलिस के मुताबिक, कांवड़ियों की यात्रा के दौरान यातायात उल्लंघनों की मौके पर ही फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर जांच की जाएगी, जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी.
हर साल, लाखों भगवान शिव भक्त गंगा नदी से पानी लेकर अपने मूल स्थान पर वापस लौटने के लिए कांवर यात्रा पर निकालते हैं. पुलिस के मुताबिक, कांवरिया बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंचते हैं और उनमें से कुछ दिल्ली की सीमाओं के रास्ते हरियाणा और राजस्थान जाते हैं. इस साल करीब 15-20 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.
दिल्ली यातायात पुलिस ने कांवड़ियों और सड़क का इस्तेमाल करने वाले आम लोगों की आवाजाही को अलग करने के लिए व्यापक व्यवस्था की है ताकि आम जनता और भक्तों को असुविधा कम से कम हो. कावर यात्रा के दौरान यातायात को सुचारू रूप से जारी रखने और नियमों का पालन कराने के लिए कुल 1,925 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है, 56 से अधिक क्रेन और मोटरसाइकिल भी मुख्य सड़कों और हिस्सों पर तैनात रहेंगी, जहां से तीर्थयात्री गुजरते हैं.
अगर कोई व्यक्ति ट्रैफिक से लेकर कोई भी जानकारी जानना चाहता है, तो वह दिल्ली पुलिस के फेसबुक पेज, ट्विटर हैंडल @DelhiTrafficPolice, व्हाट्सएप नंबर 8750871493, और हेल्प लाइन नंबर 1095/011-25844444 पर संपर्क कर सकता है. कैसा होगा रूट? पुलिस के मुताबिक, कांवड़ ले जाने वाले श्रद्धालु अप्सरा बॉर्डर, शाहदरा फ्लाईओवर, सीलमपुर 'टी'-प्वाइंट, आईएसबीटी फ्लाईओवर, बुलेवार्ड रोड, रानी झांसी रोड, फैज रोड, अपर रिज रोड, धौला कुआं, एनएच-8 से होकर हरियाणा के लिए रजोकरी बॉर्डर से बाहर निकलेंगे.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.