2014 से अब तक 50 विधानसभा चुनाव हुए, सिर्फ 11 में जीत पाई कांग्रेस
AajTak
2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस का ग्राफ गिर रहा है. 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस महज 44 सीटें जीत पाई थी. उसके बाद से अब तक 9 साल में 50 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. इनमें 11 राज्यों में कांग्रेस जीती भी, लेकिन कई राज्यों में बगावत के चलते पार्टी को सत्ता गंवानी भी पड़ी.
उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड समेत 5 राज्यों के नतीजे आ चुके हैं. इन पांच राज्यों की 680 सीटों में से कांग्रेस महज 56 पर जीत सकी. पंजाब में तो उसने अपनी सरकार भी गंवा दी. इसी के साथ अब कांग्रेस देश के महज 5 राज्यों तक सिमट कर रह गई है. इनमें भी छत्तीसगढ़, राजस्थान में ही उसकी पूर्ण बहुमत की सरकार और कांग्रेसी मुख्यमंत्री हैं, झारखंड और महाराष्ट्र में वो छोटे सहयोगी दल की भूमिका में है.
कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव के हालिया नतीजे इसलिए भी चिंताजनक हैं, क्योंकि इन राज्यों की 690 सीटों में से कांग्रेस ने 680 पर अपने उम्मीदवार उतारे थे लेकिन पार्टी के 82% प्रत्याशी चुनाव हार गए.
वैसे 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस का ग्राफ गिर रहा है. 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस महज 44 सीटें जीत पाई थी. उसके बाद से अब तक 9 साल में 50 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. इनमें 11 राज्यों में कांग्रेस जीती भी, लेकिन कई राज्यों में बगावत के चलते पार्टी को सत्ता गंवानी भी पड़ी.
मध्य प्रदेश इसका बहुत बड़ा उदाहरण है. 2018 में कांग्रेस ने सरकार बनाई लेकिन डेढ़ साल में ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस के कई विधायक बीजेपी में आ गए और कमलनाथ सरकार गिर गई. ऐसा ही कर्नाटक में भी हुआ और अरुणाचल में भी.
2014: 8 चुनाव, एक जीता लेकिन गंवा दी सत्ता
2014 में 8 राज्यों के विधानसभा चुनाव हुए. इनमें आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा और सिक्किम शामिल हैं. इन 8 राज्यों में से अरुणाचल में कांग्रेस सरकार बना सकी. यहां की 60 में से 42 सीटों पर पार्टी ने जीत दर्ज की. लेकिन जुलाई 2016 में मुख्यमंत्री पेमा खांडू समेत 33 विधायक पाला बदलकर बीजेपी में आ गए और राज्य की सत्ता बीजेपी के पास चली गई.
तिहाड़ जेल के अंदर गोगी गैंग के गैंगस्टर पर चाकू से हमला, टिल्लू ताजपुरिया गैंग के दो गुर्गों पर FIR
पश्चिमी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (DCP) विचित्र वीर ने बताया कि बुधवार को डीडीयू से हरि नगर थाने में सूचना मिली थी कि तिहाड़ जेल से एक घायल व्यक्ति को अस्पताल लाया गया है. इसके आधार पर स्थानीय पुलिस अस्पताल पहुंची और मामले की जानकारी ली.
2019 की तुलना में 2024 में बेहतर प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस ने 99 सीटें जीत ली हैं. 2024 में कांग्रेस ने जिन 99 सीटों पर जीत हासिल की है, उनमें से 42 साउथ इंडिया से हैं. कांग्रेस के लिए साउथ इंडिया ने हमेशा बूस्टर डोज की तरह काम किया है. 1977 में जब इंदिरा गांधी हार गई थीं तो साउथ इंडिया ने ही उन्हें संसद पहुंचाया था. सोनिया गांधी ने भी अपना पहला चुनाव साउथ इंडिया से ही लड़ा था.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप दिया है. ऐसे में जल्द ही नई सरकार के गठन की तैयारियां शुरू हो गई हैं. जानकारी के अनुसार एनडीए सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रही है. जानकारों का मानना है कि अगर एनडीए ही नई सरकार बनाती है, तो इस बार कैबिनेट जरूर पूरी तरह से बदली हुई नजर आएगी.
लोकसभा चुनाव नतीजों में कश्मीर का जनादेश चौंकाने वाली रहा. 'नया कश्मीर' ने दो हाई-प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्रों से राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती की जगह जेल में बंद इंजीनियर राशिद को चुना है. चुनाव के दिन सूबे की जनता ने ऐतिहासिक रूप से बड़ी संख्या में घरों से निकलकर ऐसी नाटकीय पटकथा लिखी जिसने जम्मू-कश्मीर में अब्दुल्ला और मुफ़्ती की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.