
2 साल बाद ऋचा चड्ढा की वापसी, बोलीं- कोई बताता नहीं कितना मुश्किल है मां बनना
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एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा कभी भी अपने शब्दों को मिक्स नहीं करती हैं. उनके साथ जो हुआ होता है, बारीकी से वो बताती हैं. इस बार ऋचा ने इंडस्ट्री के लोगों पर निशाना साधा है.
बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने दो साल पहले बेटी जूनी का इस दुनिया में स्वागत किया था. मां बनने के बाद उन्होंने बेटी की परवरिश पर पूरा फोकस रखा. उसकी देखभाल की. और बड़े पर्दे से दूर हो गईं. अब पूरे दो साल बाद वो पर्दे पर वापसी कर रही हैं. इसका जिक्र उन्होंने एक लंबी-चौड़ी पोस्ट में किया है.
ऋचा ने सुनाई आपबीती ऋचा ने काफी सारे वीडियोज और फोटोज सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं. एक्ट्रेस ने बीच-बीच में पोस्ट्स लिखी हैं, जिसमें उन्होंने अपने मन की बात कही. ऋचा ने लिखा-बीते रविवार यानी 7 दिसंबर को मैं दो साल बाद वापसी की. मैं चाहती थी कि बेबी होने के बाद जल्द से जल्द मैं वापसी कर लूं, लेकिन मेरा शरीर और दिमाग शायद इसके लिए तैयार नहीं था. पर इन प्रैक्टिकल परेशानियों के बीच मैंने कुछ और भी झेला, वो था प्रोफेशनल लेवल पर लोगों का धोखा.
मैंने सीखा कि इंडस्ट्री में बहुत कम लोगों के अंदर काम के एथिक्स हैं. कई लोग तो अंदरूनी इंफीरियॉरिटी कॉम्प्लेक्स को झेल रहे हैं और कुछ लोग ऐसे हैं जो कहते हैं उन्हें मीन नहीं करते. मानसिक संतुलन उनका बिगड़ा हुआ है. वो खुश नहीं रहते तो इसलिए चारो ओर सिर्फ दुख बांटते हैं. ये नया नहीं है, क्योंकि ये बात तो 70 साल पहले गुरु दत्त साहब कह ही गए हैं.
लोगों ने दी नफरत जिन भी लोगों ने एक तरफा घृणा मुझे दी, वो भी तब जब मैं अपने सबसे खराब फेज में थी और मुझे थोड़े प्यार की जरूरत थी, आप लोग जानते हैं कि आप क्या हैं. मैं तो माफ कर दूंगी, पर कभी भूलूंगी नहीं. ये बात अपने दिमाग में आप लोग जरूर रखना. अगर बच्चे की परवरिश में मुझे पूरे गांव की मदद लगे तो मैं लूंगी, क्योंकि जब एक औरत मां बनती है तो उसको सिखाया नहीं जाता कि कैसे सबकुछ अकेले करना है. मेंटल रिकवरी होने में मुझे थोड़ा ज्यादा वक्त लग गया.
हर कोई आपसे कहता है कि ज्यादा से ज्यादा सोशल मीडिया पर पोस्ट करो, कॉन्टेंट क्रिएट करो, लेकिन सोशल मीडिया मुझे रोजगार नहीं दे रहा है. मेरी भी एक लाइफ है. मैं अपनी लाइफ की छोटी से छोटी चीज को शेयर करने से डरती हूं. पॉडकास्ट्स मुझे बुला रहे हैं चीजों को लेकर बात करने पर, लेकिन उनमें क्या होता है? मेरे आंसुओं को जूम करके दिखाया जाता है.
जो दिखता है वो बिकता है, पर हर इंसान बिकाऊ नहीं होता न.

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