102 सीटों पर पहले चरण का मतदान: बीजेपी और विपक्ष का मुकाबला!
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आज 102 सीटों पर 21 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में पहले चरण का मतदान चल रहा है. यह 2024 की सबसे बड़ी लड़ाई है, जिसमें एक तरफ बीजेपी की विचारधारा है, एनडीए का गठबंधन है, तो दूसरी तरफ विपक्ष जो लगातार हमलावर है.
अमेठी-रायबरेली सीट से नामांकन करने की कल आखिरी तारीख है. कांग्रेस अब तक ये तय नहीं कर पाई है कि उनका उम्मीदवार कौन होगा. ऐसे में सवाल है कि अमेठी-रायबरेली को लेकर कांग्रेस की ओर से उम्मीदवारों के नाम के ऐलान में देरी क्या सोची समझी रणनीति है? कांग्रेस के इस सस्पेंस के पीछे आखिर कारण क्या है? देखें दंगल.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 2 मई 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से गुरुवार का दिन काफी अहम रहा है. बीेजेपी ने बहुप्रतीक्षित सीटों कैसरगंज और रायबरेली से उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया. वहीं, जेपी नड्डा ने बिहार के अररिया में जनसभा की और राजद पर तंज कसा. सुप्रीम कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) में एक तिहाई महिला आरक्षण लागू करने का आदेश दिया है.
कुणाल घोष को बुधवार को भाजपा के एक लोकसभा उम्मीदवार के साथ मंच साझा करने और उनकी प्रशंसा करने के कुछ घंटों बाद पद से हटा दिया गया था. गुरुवार को उनके कार्यालय के सामने उनके समर्थकों की भीड़ जमा हो गई. उन्होंने कुणाल घोष के समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिए और उन्हें पार्टी पद से हटाने का विरोध किया. अपने कार्यालय से निकलते समय कुणाल घोष की नजर कार्यकर्ताओं पर पड़ी, जिन्हें संबोधित करते हुए कुणाल घोष रोने लगे.
उत्तराखंड में बद्रीनाथ जाने वाला रास्ता लैंड स्लाइडिंग के कारण बंद हो गया है. चमोली-बद्रीनाथ एनएच पर भूस्खलन का मलबा जमा है. बताया जाता है कि बुधवार शाम को ही यहां लैंड स्लाइडिंग हुई थी. उसके बाद से मार्ग बंद हो गया है. हालांकि, सड़क पर से मलबा हटाने का काम जारी है, लेकिन इतनी देर बात भी पत्थरों को नहीं हटाया जा सका है.
ब्लॉक प्रमुख की राजनीति से शुरुआत करने वाले दिनेश प्रताप सिंह वर्तमान में योगी सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री हैं. वह पहली बार 2004 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधान परिषद का चुनाव लड़े थे, लेकिन भाजपा के प्रत्याशी से चुनाव हार गए. बाद में 2007 में बसपा के प्रत्याशी के तौर पर तिलोई विधानसभा से विधानसभा का चुनाव लड़े, लेकिन वहां भी इन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा. उसके बाद दिनेश प्रताप ने कांग्रेस में किस्मत आजमाई थी.
एक सफेदपोश बाप-बेटे की जोड़ी, अनगिनत मासूम और बेबस लड़कियां और 3000 अश्लील वीडियो वाला पेन ड्राइव. कर्नाटक की सियासत में जिस कहानी ने इन दिनों भूचाल ला दिया है, उसका लब्बोलुआब कुछ यही है. यह मामला देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के परिवार से जुड़ा है. निशाने पर खुद देवेगौड़ा के बेटे एचडी रेवन्ना और उनके पोते प्रज्जवल रेवन्ना हैं.