'हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए...' लिखने वाले दुष्यंत कुमार का पैतृक आवास बनेगा संग्रहालय
AajTak
खंडहर बचे हुए हैं, इमारत नहीं रही, अच्छा हुआ कि सर पे कोई छत नहीं रही... लिखकर लोगों के एहसासों को छू लेने वाले दुष्यंत कुमार का आवास अब संग्रहालय बनाया जाएगा. इसकी प्रक्रिया शुरू है, जल्द काम भी शुरू कर दिया जाएगा.
हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए, इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए... जैसी कविताएं लिखकर राजनीतिक में हलचल मचाने वाले लेखक दुष्यंत कुमार के पैतृक आवास को संग्रहालय बनाया जाएगा. दुष्यंत कुमार का पैतृक आवास उत्तर प्रदेश के बिजनौर के गांव राजपुर नवादा में है. इस आवास को अब सरकार और प्रशासन संग्रहालय के रूप में परिवर्तित करने जा रहा है. इसके लिए केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय की सहमति भी मिल चुकी है. खंडहर में तब्दील होने जा रहे इस आवास के कायाकल्य की प्रशासन ने तैयारी कर ली है. इसकी डीपीआर बनाने का काम विभाग को सौंपा गया है, ताकि जल्द से जल्द डीपीआर बने और उसको स्वीकृति के लिए संस्कृति मंत्रालय भेजा जा सके.
यूपी की नोएडा पुलिस ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान और उनके बेटे पर कार्रवाई करने की तैयारी में है. दरअसल, नोएडा की एक अदालत CRPC-81/82 ने विधायक के घर की कुर्की का आदेश दिया है. अमानतुल्लाह खान और उनके बेटे अनस के खिलाफ नोएडा में पेट्रोल पंप कर्मचारी के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का आरोप है.