हिंसा के बीच मणिपुर पुलिस ने असम राइफल्स के खिलाफ क्यों दर्ज कराई FIR?
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मंगलवार को कुकी नेताओं और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बीच मुलाकात होनी थी, लेकिन ये हो नहीं सकी. इंडीजिनियस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) के प्रवक्ता गिन्जा वुअलजोंग ने ऑफ रिकॉर्ड बताया कि एक मीटिंग होनी थी, जिसमें आईबी के ज्वॉइंट डायरेक्टर भी थे. हमसे कहा गया था कि शाम साढ़े 6 बजे आकर गृहमंत्री से मुलाकात का समय तय कर लें.
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में एक ओर कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है तो दूसरी ओर अब पुलिस और सुरक्षाबलों के बीच भी तनातनी होने लगी है. बताया जा रहा है कि मणिपुर पुलिस ने असम राइफल्स के जवानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.
पुलिस ने असम राइफल्स के जवानों पर ऑपरेशन में बाधा डालने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है. दरअसल, मैतेई समुदाय से जुड़े तीन लोगों की हत्या होने के बाद बिष्णुपुर जिले के क्वाक्ता इलाके में हिंसा भड़क गई थी. पुलिस ने कुकी हमलावरों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया था. इसी ऑपरेशन में असम राइफल्स पर बाधा डालने का आरोप है.
मणिपुर पुलिस का कहना है कि जब वो ऑपरेशन चला रही थी, तभी असम राइफल्स ने अपनी वैन खड़ी कर दी थी, जिससे ऑपरेशन में न सिर्फ बाधा आई, बल्कि कुकी उग्रवादियों को भी भागने में मदद मिली. लिहाजा पुलिस ने असम रािफल्स के जवानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली.
असम राइफल्स के खिलाफ प्रदर्शन
इसी बीच राजधानी इंफाल में मैतेई महिलाओं ने असम राइफल्स के खिलाफ प्रदर्शन भी किया. ये प्रदर्शन राजधानी के मीरा पैबीस इलाके में हुआ. महिलाएं इलाके से असम राइफल्स के जवानों को हटाने की मांग पर अड़ी थीं. इसके बाद बिष्णुपुर और कांगवाइ के बीच मोइरंग चेक पोस्ट को हटा लिया गया.
अमित शाह से मिलने का इंतजार करते रहे कुकी नेता
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