
हिंदुओं को नागरिकता दे रहा नित्यानंद का कैलासा, सिटीजनशिप लेने के लिए करना होगा बस ये काम
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भारत से भागने वाला और अपना देश बनाने का दावा करने वाला नित्यानंद अब अपने देश की नागरिकता बांट रहा है. उसने सोशल मीडिया पर एक के बाद एक कई पोस्ट कर हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों से ई-नागरिकता लेने की अपील की है. उन्होंने इसकी प्रक्रिया भी बताई है.
दुष्कर्म के आरोप में फरार चल रहा नित्यानंद इन दिनों अपने तथाकथित देश कैलासा की नागरिकता बांट रहा है. इसके लिए बकायदा वैरिफाइड सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट शेयर कर लोगों से नागरिकता लेने की अपील की जा रही है. इसमें लोगों से कहा जा रहा है कि अगर आप अगर आप हिंदू धर्म का पालन करते हैं या हिंदू विचारधारा वाले समूह से जुड़ना चाहते हैं तो मुफ्त में कैलासा की E-नागरिकता ले सकते हैं. इसे लेकर आप एक वैश्विक हिंदू परिवार का हिस्सा बन सकते हैं.
कैलासा के ऑफिशियल अकाउंट से नागरिकता को लेकर कई ट्वीट किए गए हैं. नागरिकता के लिए जो लिंक दी गई है, उस पर क्लिक करने के बाद एक पेज ओपन होता है. इसमें सबसे पहले कॉलम में नाम, फिर ई-मेल, एड्रेस, शहर, स्टेट, देश, प्रोफेशन और फिर फोन नंबर जैसे विकल्प हैं. नागरिकता लेने के लिए यह सारी जानकारियां मांगी जा रही है.
कैलासा के पेज पर दावा किया जा रहा है कि इस तरह कैलासा की नागरिकता ली जा सकती है. हालांकि, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि सिटीजनशिप लेने के बाद कोई कैलासा कैसे पहुंच सकता है और क्या वहां पर ही बसा जा सकता है?
क्यों पड़ी कैलासा बनाने की जरूरत?
रेप का आरोप लगने के बाद नित्यानंद डरकर देश से फरार हो गया. उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया. इसके बाद उसने दक्षिणी अमेरिका के इक्वाडोर देश में जाकर जमीन का एक टुकड़ा खरीद लिया और इसे अपना देश घोषित कर दिया. देश का नाम 'कैलासा' रखा गया. नित्यानंद इसे 'हिंदू राष्ट्र' बताता है. कैलासा की वेबसाइट का दावा है कि इस देश में दुनियाभर में सताए गए हिंदुओं को सुरक्षा दी जाती है. यहां रहने वाले हिंदू जाति, लिंग का भेद किए बिना शांति से रहते हैं. कैलासा का रिजर्व बैंक, खुद की करंसी और अपना अलग संविधान होने का भी दावा है.

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