
हमास ने 3 और बंधकों को छोड़ा, इजरायल भी 183 फिलिस्तीनियों को कर सकता है रिहा
AajTak
हमास ने तीन और कैदियों को रिहा कर दिया है. इजरायल से बदले में 183 फिलिस्तीनियों को रिहा करने की उम्मीद है, जिनमें 18 आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं, 54 लंबी सजा काट रहे हैं और 111 ऐसे हैं जिन्हें युद्ध के दौरान गाजा पट्टी में हिरासत में लिया गया था.
हमास ने सीजफायर के तहत तीन और इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया है. हमास ने शनिवार को मानवीय सहायता संगठन रेड क्रॉस को लगभग 500 दिनों की कैद के बाद इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया. जिन तीन बंधकों को हमास ने रिहा किया है, उनके नाम एली शराबी, लेवी और ओहद बेन अमी हैं, जिन्हें कैद से मुक्त कर दिया गया है. हमास में इनके नामों की घोषणा शुक्रवार को की थी.
ओहद बेन अमी और एली शराबी को 7 अक्टूबर, 2023 को नोवा संगीत समारोह से आतंकवादी समूह हमास द्वारा अपहरण कर लिया गया था. एली शराबी की पत्नी और बच्चे 7 अक्तूबर को हुए भीषड़ हमले में मारे गए थे. समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, तेल अवीव में, एली का परिवार बेसब्री से कैद से बाहर आने का इंतजार कर रहा था.
फिलिस्तीनियों को रिहा करने की उम्मीद
हमास ने इजरायल पर 19 जनवरी को प्रभावी हुए युद्धविराम समझौते के तहत सहमत खाद्य और अन्य मानवीय आपूर्ति ले जाने वाले सैकड़ों ट्रकों के प्रवेश में देरी करने और बमबारी से नष्ट हुए घरों में लौटने वाले लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए आवश्यक टेंट और मोबाइल घरों के एक अंश को छोड़कर बाकी सभी को रोके रखने का आरोप लगाया. हमास ने एक बयान में कहा, "यह राहत और आश्रय प्राथमिकताओं में स्पष्ट हेरफेर को दर्शाता है."
यह भी पढ़ें: आज 3 और बंधकों को छोड़ेगा हमास, इजराइल भी 183 फिलिस्तीनियों को कर सकता है रिहा
हमास कैदियों के मीडिया कार्यालय ने कहा कि इजरायल से बदले में 183 फिलिस्तीनियों को रिहा करने की उम्मीद है, जिनमें 18 आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं, 54 लंबी सजा काट रहे हैं और 111 ऐसे हैं जिन्हें युद्ध के दौरान गाजा पट्टी में हिरासत में लिया गया था

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.








