स्कूल जाने का कहकर घर से निकले तीन बच्चे...नहीं लौटे घरे, पुलिस ने यूं ढूंढ निकाला
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पुलिस ने बच्चों की तलाश के लिए कई टीमों का गठन किया. इलाके के सीसीटीवी चेक किया गए. परिजनों से पूछताछ की गई. आखिरकार पुलिस को बच्चे खड़वली रेलवे स्टेशन क्षेत्र में मिले और पुलिसकर्मियों ने बच्चों को उनके परिजनों को सौंप दिया. पूछताछ करने पर बच्चों ने बताया कि हम स्कूल के बजाय खड़वली नदी में तैरने आए थे.
महाराष्ट्र के कल्याण में तीन बच्चे दोपहर के समय स्कूल जाने के लिए घर से निकले थे. शाम हुई बच्चे वापस घर नहीं लौटे. रात होने पर भी उनका कोई अता-पता नहीं चला. घबराए हुए परिजनों ने हर जगह बच्चों की तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला. परिजनों ने दूसरे दिन महात्मा फुले पुलिस थाने में बच्चों की गुमशुदगी दर्ज कराई थी.
पुलिस ने बच्चों की तलाश के लिए कई टीमों का गठन किया. इलाके के सीसीटीवी चेक किया गए. परिजनों से पूछताछ की गई. आखिरकार पुलिस को बच्चे खड़वली रेलवे स्टेशन क्षेत्र में मिले और पुलिसकर्मियों ने बच्चों को उनके परिजनों को सौंप दिया. पूछताछ करने पर बच्चों ने बताया कि हम स्कूल के बजाय खड़वली नदी में तैरने आए थे और रास्ता भटक गए. सौभाग्य से बच्चों के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हुई.
स्कूल जाने के कहकर घर से निकले थे तीन बच्चे
दरअसल, विजय थोमर अपने परिवार के साथ कल्याण पश्चिम के रामबाग इलाके में रहते हैं. उनकी दो बेटियां और दो बेटे हैं. उनके बच्चे जोशी बाग इलाके के एक स्कूल में पढ़ते हैं. गुरुवार दोपहर के आसपास तीन बच्चे स्कूल जाने की बात कहकर घर से निकले. शाम होने के बाद भी वे घर नहीं लौटे. विजय और उसके परिवार ने बच्चों को हर जगह खोजा लेकिन बच्चे नहीं मिले. आखिरकार दूसरे सुबह विजय का परिवार महात्मा फुले पुलिस थाने पहुंचा और बच्चों के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई.
पुलिस ने शुरू की थी बच्चों की सर्चिंग
घटना की गंभीरता को समझते हुए डीसीपी सचिन गुंजाल, एसीपी कल्याणजी घेटे, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अशोक होनमाने के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक प्रदीप पाटिल, पुलिस अधिकारी किरण भिसे, स्वाति जगताप, अथाई टिकेकर, रवींद्र हसे, सुमित मधाले, आनंद कांगरे की एक टीम बनाई गई. बच्चों की तलाश शुरू की.
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