सिरसा: जब हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने छात्रों के बीच बैठकर दिया एग्जाम
AajTak
Haryana Latest News: पत्रकारिता एवं जनसंचार विषय में पीएचडी में दाखिले के लिए उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित 74 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी.
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Deputy CM Dushyant Chautala) रविवार को चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में पीएचडी की प्रवेश परीक्षा देने पहुंचे. जीजेयू से मास्टर ऑफ मास कम्यूनिकेशन कर चुके दुष्यंत चौटाला ने चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में पत्रकारिता में पीएचडी के लिए आवेदन किया है.
खडूर साहिब लोकसभा सीट से खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की जीत हुई. वो इस समय देशद्रोह के आरोप में असम की जेल में हैं. इसी तरह टैरर-फंडिंग के जुर्म में सजा काट रहे शेख अब्दुल राशिद ने भी उत्तरी कश्मीर में जीत हासिल की है. अब सवाल यह कि जेल में रहकर ये लोग शपथ कैसे लेंगे और क्या कैद में रहते हुए सरकार चलाई जा सकती है? जानें.
अजित पवार की विधायकों संग बैठक से पहले खबर आई कि बैठक में अजित पवार के कई विधायक नहीं पहुंचे और वह शरद पवार के संपर्क में हैं. सूत्रों के मुताबिक बैठक में शामिल न होने वाले पांच विधायकों ने अपनी कुछ निजी कारण बताए. इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरमा गया. अब अजित पवार ने मीडिया में आकर इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी है.
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अब सरकार बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं. इस चुनाव में किसी एक दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है लेकिन बीजेपी जेडीयू और टीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा कर रही है. इसके लिए TDP और JDU ने समर्थन पत्र भी दिया है. लेकिन इसमें कई शर्तें भी हैं. देखें ब्लैक एंड व्हाइट विश्लेषण.
तिहाड़ जेल के अंदर गोगी गैंग के गैंगस्टर पर चाकू से हमला, टिल्लू ताजपुरिया गैंग के दो गुर्गों पर FIR
पश्चिमी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (DCP) विचित्र वीर ने बताया कि बुधवार को डीडीयू से हरि नगर थाने में सूचना मिली थी कि तिहाड़ जेल से एक घायल व्यक्ति को अस्पताल लाया गया है. इसके आधार पर स्थानीय पुलिस अस्पताल पहुंची और मामले की जानकारी ली.
2019 की तुलना में 2024 में बेहतर प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस ने 99 सीटें जीत ली हैं. 2024 में कांग्रेस ने जिन 99 सीटों पर जीत हासिल की है, उनमें से 42 साउथ इंडिया से हैं. कांग्रेस के लिए साउथ इंडिया ने हमेशा बूस्टर डोज की तरह काम किया है. 1977 में जब इंदिरा गांधी हार गई थीं तो साउथ इंडिया ने ही उन्हें संसद पहुंचाया था. सोनिया गांधी ने भी अपना पहला चुनाव साउथ इंडिया से ही लड़ा था.