'सबने देखा कि हमारे साथ बर्बरता हुई', पुलिस कार्रवाई पर पहलवानों का आरोप
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28 मई को पहलवानों के साथ हुई पुलिस की झड़प को पूरे देश ने देखा. इसके बाद पहलवानों को जंतर मंतर पर धरने की इजाजत भी नहीं मिली. इसी क्रम में पहलवानों ने हरिद्वार में जाकर अपने मेडल गंगा में बहा देना का फैसला किया. पहलवानों ने पूछा कि क्या हमने न्याय मांगकर कोई अपराघ किया है?
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.