
'संस्कृति का मजाक, तथ्यों से छेड़छाड़ और खराब डायलॉग...', रिलीज के साथ नए विवादों में घिरी 'आदिपुरुष'
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बाहुबली प्रभास की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'आदिपुरुष' शुक्रवार को रिलीज हो गई. फिल्म देखकर निकले दर्शकों की प्रतिक्रिया इसे लेकर अच्छी नहीं दिखी. सोशल मीडिया पर फिल्म के डॉयलॉग के मीम शेयर किए जा रहे हैं. फिल्म में पौराणिक किरदारों के साथ छेड़छाड़ करने और हिंदू भावनाओं को आहत पहुंचाने के आरोप लगे हैं. ऐसे में मामला कोर्ट तक पहुंच गया है.
फिल्मी फ्राइडे को सेल्युलाइड बिग स्क्रीन पर 'आदिपुरुष' का अवतरण हुआ. फिल्म एसएस राजमौली की बाहुबली सीरिज से निकल कर पैन इंडिया स्टार बने प्रभास की यह बहुप्रतीक्षित फिल्म थी, जिसमें फैंस और दर्शक प्रभास को महेंद्र बाहुबली से श्रीराम बनते देखना चाहते थे. हालांकि कृति सेनन को सीता बनाने को लेकर पहले से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही थीं, जबकि लक्ष्मण और हनुमान की कास्टिंग भी सवालों के घेरे में रही थी.
600 करोड़ की लागत से बनी ये मल्टीस्टारर फिल्म शुक्रवार को जब रिलीज हुए तो फर्स्ट डे और फर्स्ट शो खत्म होने पर सिर्फ दर्शक ही बाहर नहीं, बल्कि इससे पहले ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फिल्म से जुड़े विवाद पहुंच गए. डॉयलॉग्स का मजाक बना, वेशभूषा पर मीम बने, एक्टिंग-वीएफएक्स पर खिल्लियां उड़ीं और मामला यहां तक पहुंचा कि फिल्म का विवाद कोर्ट की दहलीज तक पहुंच गया है.
दिल्ली हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल
इस फिल्म पर प्रतिबंध की मांग करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है. दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर फिल्म पर रोक लगाए जाने की मांग के साथ इस फिल्म को सेंसर बोर्ड की ओर से दिया जाने वाला सर्टिफिकेट को जारी न किए जाने का आदेश दिए जाने की भी मांग की गई है.
हिन्दू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया है कि इस फिल्म में भगवान राम द्वारा रामायण का मजाक उड़ाया गया है. इस फिल्म के जरिए हमारी संस्कृति का मजाक उड़ाया गया है. याचिका में मां सीता, श्रीराम, हनुमान और रावण से संबंधित कई ऐसे सीन हटाने की मांग की गई है. जिससे हिंदुओं की भावनाएं आहत हुईं हैं.
काठमांडू में बैन उधर, नेपाल की राजधानी काठमांडू के सिनेमाघरों में पौराणिक फिल्म 'आदिपुरुष' का प्रदर्शन रोक दिया गया है. शहर के मेयर ने निर्माताओं से कहा है कि सीता के जन्मस्थान के बारे में गलती सुधारें और सही जानकारी दें. मेयर ने फेसबुक पर लिखा कि जब तक दक्षिण भारतीय फिल्म 'आदिपुरुष' में निहित 'जानकी भारत की बेटी है' लाइन न केवल नेपाल में बल्कि भारत में भी हटा दी जाती है, तब तक काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी (एसआईसी) में कोई भी हिंदी फिल्म चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

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