शारदा चिट फंड मामला: कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर की हिरासत के लिए CBI पहुंची सुप्रीम कोर्ट
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सीबीआई की दलील है कि चूंकि शारदा चिटफंड घोटाले से संबंधित कई सबूत, सीडी और अन्य दस्तावेज राजीव कुमार के पास थे वो उसमें गड़बड़ कर सकते हैं और गवाहों पर दबाव डाल सकते हैं. लिहाजा उनको हिरासत में लेकर पूछताछ करना जरूरी है ताकि इस पेचीदा मामले की तह तक पहुंचा जा सके.
शारदा चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की गिरफ्तारी और हिरासत में लेकर पूछताछ की मांग की है. राजीव अभी तो ज़मानत पर हैं. लेकिन सीबीआई की दलील है कि चूंकि शारदा चिटफंड घोटाले से संबन्धित कई सबूत, सीडी और अन्य दस्तावेज राजीव कुमार के पास थे वो उसमें गड़बड़ कर सकते हैं और गवाहों पर दबाव डाल सकते हैं. लिहाजा उनको हिरासत में लेकर पूछताछ करना जरूरी है ताकि इस पेचीदा मामले की तह तक पहुंचा जा सके. सीबीआई का कहना है कि राजीव कुमार जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. कोलकाता हाई कोर्ट ने पिछले साल 1 अक्टूबर को राजीव कुमार को जमानत दी थी. इसलिए हाईकोर्ट से राजीव कुमार को अग्रिम जमानत मिलने के 14 महीने बाद सीबीआई ने अर्जी दाखिल कर जमानत रद्द करने और हिरासत में लेकर पूछताछ की इजाजत मांगी है.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.