
वंदे मातरम पर संसद में चर्चा का क्या है सियासी निचोड़? देखें खबरदार
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वंदे मातरम पर आज लोकसभा में चर्चा की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वंदे मातरम के टुकड़े किए. जवाब में प्रियंका गांधी ने कहा कि जो गीत 150 वर्ष से देश की आत्मा का हिस्सा है, उस पर आज बहस की वजह केवल पश्चिम बंगाल का चुनाव है. सवाल है कि चर्चा चुनाव की वजह से है तो इसमें बीजेपी को फायदा कैसे होगा? क्या बीजेपी कांग्रेस को मुस्लिम हितैषी बताकर ममता बनर्जी के मुस्लिम वोट पर निशाना साध रही है? देखें खबरदार.

महाराष्ट्र के नासिक जिले के वनी क्षेत्र में एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें इनोवा कार खाई में गिर गई और उसमें सवार 6 लोगों की मृत्यु हो गई. यह घटना उस समय हुई जब श्रद्धालु सप्तश्रृंगी देवी के दर्शन करके गाड़ी से वापस लौट रहे थे. घाट इलाके के गणेश पॉइंट के पास ड्राइवर का नियंत्रण गाड़ी से छूट गया और कार खाई में गिर गई. इस दुर्घटना ने इलाके में शोक की लहर फैला दी है और स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत कार्य शुरू कर दिया गया है.

कोर्ट ने राज्य सरकार से क्यूबिकल की व्यवस्था करने को कहा है और कहा कि वकीलों को ऑनलाइन बहस के लिए उचित जगह मिलनी चाहिए. इसके अलावा, चुनाव से जुड़ी कई याचिकाओं पर सुनवाई हुई, जिनमें कुछ खारिज और कुछ वापस ली गईं। कोर्ट ने यह कदम तब उठाया जब पता चला कि कई वकील मजबूरी में अपनी कारों में बैठकर ऑनलाइन सुनवाई में जुड़ रहे हैं.

इंडिगो का ऑपरेशनल संकट सातवें दिन तक जारी रहा, अब तक 3900 से ज्यादा उड़ानें रद्द होने से यात्रियों में भारी नाराजगी है. सवाल उठ रहे हैं कि हाई-प्रोफाइल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स समय रहते सक्रिय क्यों नहीं हुए. बयान में दावा किया गया कि बोर्ड पहले दिन से ही शामिल था, लेकिन जानकारों का कहना है कि यह घबराहट का संकेत है. सरकार जांच कर रही है और DGCA ने CEO से जवाब मांगा है. स्थिति इंडिगो के लिए अभूतपूर्व है.

अहमदाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में अगले साल होने वाले चुनावों में एनडीए बड़ी जीत दर्ज करेगा। अमित शाह ने यह भी कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों की जनता ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को नकार दिया है. इस प्रकार एनडीए को चुनावों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। यह बयान आगामी राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है और चुनाव में जनता के रुझान को दर्शाता है। अमित शाह की इस घोषणा से राजनीतिक हलचल तेज होने की संभावना है और सभी राजनीतिक दल इसे ध्यान से देख रहे हैं।









