
6 दिनों में 3900 उड़ानें रद्द... इंडिगो के CEO समेत टॉप अधिकारियों को DGCA का समन
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इंडिगो एयरलाइंस की सैकड़ों उड़ानों के अचानक रद्द होने के बाद DGCA ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए चार सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की है. समिति ने CEO पीटर एलबर्स समेत अन्य शीर्ष अधिकारियों को दिल्ली मुख्यालय में पूछताछ के लिए तलब किया है.
इंडिगो एयरलाइंस की सैकड़ों उड़ानों के अचानक रद्द होने और यात्रियों को हुई भारी परेशानी के मामले में नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सख्त रुख अख्तियार किया है. सूत्रों के मुताबिक, DGCA द्वारा गठित 4-सदस्यीय हाई-लेवल कमेटी ने इंडिगो के शीर्ष अधिकारियों को पूछताछ के लिए तलब किया है. इस दौरान इंडिगो के अधिकारियों से पिछले 6 दिनों रद्द हुईं 3900 फ्लाइटों के संबंध में सवाल जवाब किए जाएंगे. दूसरी ओर सातवें दिन भी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी रहा, जिसकी वजह से 300 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो गईं.
सूत्रों के मुताबिक, समिति इसी हफ्ते CEO पीटर एलबर्स समेत अन्य उच्च पदाधिकारियों से पूछताछ करेगी. सूत्रों के अनुसार, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो संकट को गंभीरता से लिया और इस मामले की जांच के लिए एक चार-सदस्यीय समिति की गठन किया.
दिल्ली मुख्याल में होगी पूछताछ
अब समिति ने पूछताछ के लिए इंडिगो के CEO पीटर एलबर्स समेत अन्य शीर्ष अधिकारियों को पूछताछ के लिए दिल्ली मुख्यालय में इसी हफ्ते तलब किया है. सूत्रों का ये भी कहना है कि इंडिगो संकट की जारी के लिए गठित की गई समिति को पूरे अधिकार दिए गए हैं. प्रथम दृष्टया समिति प्रबंधन द्वारा नियमों के उल्लंघन की जांच करेगी और जिम्मेदार अधिकारियों से सीधी सवाल-जवाब करेगी.
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से इंडिगो की सैकड़ों घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द होने से हजारों यात्री एयरपोर्ट पर फंसे रहे. इससे न केवल यात्रियों को भारी असुविधा हुई बल्कि पर्यटन उद्योग, खासकर राजस्थान जैसे राज्यों को करोड़ों का नुकसान हुआ है.
सातवें दिन भी संकट जारी

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इंडिगो का ऑपरेशनल संकट सातवें दिन तक जारी रहा, अब तक 3900 से ज्यादा उड़ानें रद्द होने से यात्रियों में भारी नाराजगी है. सवाल उठ रहे हैं कि हाई-प्रोफाइल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स समय रहते सक्रिय क्यों नहीं हुए. बयान में दावा किया गया कि बोर्ड पहले दिन से ही शामिल था, लेकिन जानकारों का कहना है कि यह घबराहट का संकेत है. सरकार जांच कर रही है और DGCA ने CEO से जवाब मांगा है. स्थिति इंडिगो के लिए अभूतपूर्व है.

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