लाल किला हिंसा पर शाह बोले- पुलिस ने संयम रखा, हम दिल्ली को रक्तरंजित नहीं करना चाहते थे
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इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 में दिल्ली पुलिस को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा की जानकारी होने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि हमने चर्चा की थी और उन्होंने लिख कर दिया था कि हम इस रूट पर निकलेंगे. जब वादा तोड़ते हैं तो संघर्ष भी हुआ. आंसू गैस छोड़े. लाठियां चलाई लेकिन गोली चलाना उचित नहीं समझा.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 में आज गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह ने गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में हुई हिंसा पर कहा कि दिल्ली पुलिस ने संयम रखा. हम दिल्ली को रक्तरंजित नहीं करना चाहते थे. कॉन्क्लेव में दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर प्रदर्शनकारियों के चढ़ जाने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने संयम रखकर गोली नहीं चलाई. इतना ही है. हम नहीं चाहते थे कि आंदोलन रक्तरंजित हो.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
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