
लखीमपुर कांड: किसानों के परिजनों से मुलाकात के बाद सिद्धू का मौन व्रत, भूख हड़ताल पर बैठे
AajTak
सिद्धू ने मौनव्रत से पहले कहा कि जब तक अजय मिश्रा के बेटे आशीष के ऊपर कार्रवाई नहीं होती, जांच में शामिल नहीं होते, वे यहां भूख हड़ताल पर बैठेंगे. उन्होंने कहा, इस बयान के बाद मैं मौन हूं और किसी से कोई बात नहीं करेंगे. इतना ही नहीं सिद्धू ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से घर वापस जाने की अपील की है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से लिखकर यह बात कही.
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू शुक्रवार को लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे. उन्होंने हिंसा में मारे गए लवप्रीत और रमन कश्यप के परिजनों से मुलाकात की. इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू मौनव्रत और भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. सिद्धू की मांग है कि जब तक केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे की गिरफ्तारी नहीं होती, वे हड़ताल खत्म नहीं करेंगे. Justice Delayed - Justice Denied … With family of brave heart Lovepreet Singh (20), victim of brutal murders by Union Minister’s son pic.twitter.com/Oa3KQ5Gl0m

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










