लखीमपुर कांड: किसानों के परिजनों से मुलाकात के बाद सिद्धू का मौन व्रत, भूख हड़ताल पर बैठे
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सिद्धू ने मौनव्रत से पहले कहा कि जब तक अजय मिश्रा के बेटे आशीष के ऊपर कार्रवाई नहीं होती, जांच में शामिल नहीं होते, वे यहां भूख हड़ताल पर बैठेंगे. उन्होंने कहा, इस बयान के बाद मैं मौन हूं और किसी से कोई बात नहीं करेंगे. इतना ही नहीं सिद्धू ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से घर वापस जाने की अपील की है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से लिखकर यह बात कही.
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू शुक्रवार को लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे. उन्होंने हिंसा में मारे गए लवप्रीत और रमन कश्यप के परिजनों से मुलाकात की. इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू मौनव्रत और भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. सिद्धू की मांग है कि जब तक केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे की गिरफ्तारी नहीं होती, वे हड़ताल खत्म नहीं करेंगे. Justice Delayed - Justice Denied … With family of brave heart Lovepreet Singh (20), victim of brutal murders by Union Minister’s son pic.twitter.com/Oa3KQ5Gl0m
नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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