रेमडेसिविर इंजेक्शन की खाली शीशी में पैरासिटामोल की दवाई भरकर बेच रहा था गिरोह, गिरफ्तार
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महाराष्ट्र के बारामती में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो रेमडेसिविर इंजेक्शन की खाली शीशी में पैरासिटामोल की दवाई भरकर कोरोना मरीजों को बेच रहा था. बताया जा रहा है कि यह गिरोह नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन को 35,000 रुपये में बेचा रहा था.
जहां पूरे देश में कोरोना का प्रकोप बढ़ता नजर आ रहा है तो वहीं रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत महसूस हो रही है. इस बीच महाराष्ट्र के बारामती से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. बारामती में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो रेमडेसिविर इंजेक्शन की खाली शीशी में पैरासिटामोल की दवाई भरकर कोरोना मरीजों को बेच रहा था. बताया जा रहा है कि यह गिरोह नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन को 35,000 रुपये में बेचा रहा था. दरअसल, बारामती में एक मरीज के रिश्तेदार को रेमडेसिविर इंजेक्शन की तत्काल आवश्यकता थी. उसे पता चला कि बारामती के एक निजी अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन मिल रहा है. उसने गिरोह के एक सदस्य से संपर्क किया. उसने बताया कि वह एक कोविड केंद्र में काम करता है. वह जरूरतमंदों को रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचता है. जब मरीज के रिश्तेदार ने इंजेक्शन मांगा तो शख्स ने एक इंजेक्शन के लिए 35,000 रुपये और दो इंजेक्शन के लिए 70,000 रुपये की मांग की.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.