
राहुल गांधी को मानहानि केस में मिली जमानत, जानिए कांग्रेस नेता के पास अब क्या हैं विकल्प
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मोदी सरनेम पर विवादित टिप्पणी करने पर राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस दायर हुआ था. इस मामले में 23 मार्च को सूरत की अदालत ने राहुल को दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई थी. इसी फैसले को राहुल ने कोर्ट में चुनौती दी है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि मामले में बड़ी राहत मिली है. उन्हें सूरत की कोर्ट ने जमानत दे दी है. राहुल ने मानहानि मामले में दोषी ठहराए गए फैसले को चुनौती दी थी. हालांकि, अदालत ने उनकी सजा पर रोक नहीं लगाई है, सिर्फ 13 अप्रैल तक जमानत दी है. दरअसल, मोदी सरनेम पर विवादित टिप्पणी करने पर राहुल के खिलाफ मानहानि का केस दायर हुआ था. इस मामले में 23 मार्च को सूरत की अदालत ने राहुल को दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई थी. इसी फैसले को राहुल ने चुनौती दी थी.
राहुल गांधी को सजा पर किसी तरह की अंतरिम रोक नहीं लगाई गई है. इसका मतलब है कि सांसद के तौर पर उन्हें अयोग्य ठहराने के मामले में उन्हें किसी तरह की राहत नहीं मिली है. राहुल गांधी की पैरवी करने वाली टीम ने उनकी सजा पर रोक लगवाने पर जोर दिया लेकिन अदालत ने कहा कि सभी पक्षों का पक्ष सुने बिना वे अंतरिम रोक नहीं लगा सकते.
क्या राहुल गांधी संसद में लौट पाएंगे? हां. राहुल गांधी संसद लौट सकते हैं. असल में राहुल गांधी के पास अपनी लोकसभा सदस्यता बचाने का विकल्प है. इसके लिए उन्हें स्पीकर की ओर से की गई कार्रवाई के विरुद्ध कोर्ट जाने का अधिकार है. राहुल इस मामले को हाईकोर्ट में उठा सकते हैं. वह लोकसभा सचिवालय की कार्रवाई पर अगर कोर्ट से राहत पाते हैं तो उनकी सदस्यता बच सकती है और वह संसद में लौट भी सकते हैं.
क्या राहुल गांधी को अपना आवास खाली करना होगा? हां. राहुल गांधी को अपना सरकारी आवास खाली करना पड़ सकता है. अभी राहुल गांधी दिल्ली में लुटियंस जोन के 12 तुगलक रोड पर स्थित सरकारी आवास में रहते हैं. यह आवास उन्हें लोकसभा सदस्यता यानी सांसद होने के नाते ही मिला था. अब उनकी सदस्यता रद्द हो गई है तो उनसे यह घर वापस लिया जा सकता है.
क्या राहुल गांधी 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ पाएंगे? नहीं. राहुल गांधी की सदस्यता जन प्रतिनिधि कानून के तहत गई है. इसके मुताबिक, अगर सांसदों/विधायकों को किसी भी मामले में 2 साल से ज्यादा की सजा हुई हो तो ऐसे में उनकी सदस्यता (संसद और विधानसभा से) रद्द हो जाएगी. इसके साथ ही सजा की अवधि पूरी करने के बाद छह वर्ष तक चुनाव लड़ने के लिए भी उन्होंने अयोग्य करार दिया जाता है. इस आधार पर एक बारगी तो यह है कि राहुल गांधी 2024 का चुनाव नहीं लड़ पाएंगे, लेकिन अगर उन्हें हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलती है तो वह अगले साल चुनाव लड़ सकते हैं.
क्या राहुल गांधी 2029 का लोकसभा चुनाव लड़ पाएंगे? दरअसल, राहुल गांधी के लिए सभी रास्ते अभी बंद नहीं हुए हैं. वह सूरत सेशन कोर्ट के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दे सकते हैं. अगर हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट राहुल गांधी के दोषी पाए जाने पर रोक लगाता है, तब तो ठीक है, लेकिन अगर इस पर उन्हें राहत नहीं मिलती है तो राहुल गांधी 8 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. यहां ये समझना जरूरी है कि राहुल गांधी को सूरत सेशन कोर्ट से मिली सजा पर भी राहत पानी है और स्पीकर की ओऱ से की गई कार्रवाई पर भी. अगर राहुल गांधी की याचिका पर हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट सजा पर रोक भी लगा देते हैं, तब भी उनकी सदस्यता बहाल नहीं होगी. इसके लिए जरूरी है कि राहुल गांधी के दोषी पाए जाने पर भी रोक लगे.

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