![योग से मकर संक्रांति तक... आखिर मुस्लिम स्टूडेंट्स को ही क्यों ये सब करने के लिए मजबूर किया जाता है- उमर अब्दुल्ला](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202201/omar_abdulla-sixteen_nine.jpg)
योग से मकर संक्रांति तक... आखिर मुस्लिम स्टूडेंट्स को ही क्यों ये सब करने के लिए मजबूर किया जाता है- उमर अब्दुल्ला
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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने आजादी के महोत्सव के तहत मकर संक्रांति पर स्कूलों में बड़े पैमाने पर सूर्य नमस्कार कराने का आदेश दिया था. इसी के तहत जम्मू-कश्मीर शिक्षा विभाग ने स्कूलों में योग और सूर्य नमस्कार कराने का आदेश जारी किया था. इसी आदेश पर उमर अब्दुल्ला ने सवाल उठाया है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आजादी के महोत्सव के तहत स्कूलों में सूर्य नमस्कार कराने के फैसले का विरोध किया है. अब्दुल्ला ने कहा, आखिर हमेशा मुस्लिम छात्रों को योग से लेकर मकर संक्रांति तक सब कुछ मनाने के लिए मजबूर किया जाता है. Why should Muslim students be forced to do anything, including yoga, to celebrate Makar Sankranti?Makar Sankranti is a festival & to celebrate it or not must be a personal choice. Would the BJP be happy if a similar order was issued to order non-Muslim students to celebrate Eid? https://t.co/n6luhwSm1J
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चुनाव आयोग के मुताबिक, इस लोकसभा चुनाव के दौरान ईवीएम और वीवीपैट के मेमोरी वेरिफिकेशन के लिए प्रति मशीन 40 हजार रुपए और उस पर 18 फीसदी जीएसटी एडवांस जमा करना पड़ता है. आयोग के तकनीकी विशेषज्ञों को टीम सभी के सामने डाटा वेरिफाई करती है. अगर शिकायत सही मिली यानी ईवीएम डेटा और पर्चियों के बीच अनियमितता यानी गड़बड़ पाई गई तो कार्रवाई होगी.