योगी-मोदी के प्रचार ने कैसे उड़ाई विरोधियों की हवा, जानिए
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स्ट्राइक रेट अधिकतर क्रिकेट मैच में इस्तेमाल होने वाली भाषा है लेकिन इसे चुनावी पिच पर इसको देखें तो नरेंद्र मोदी का स्ट्राइक रेट 70 से 80 फीसदी माना जाता है. मतलब ये कि अगर 100 सीटों पर प्रचार पीएम मोदी करते हैं तो 70 से 80 सीटें बीजेपी का जीतना तय हो जाता है. लेकिन जब जोड़ी जबरदस्त बन जाती है तो स्ट्राइक रेट पार्टी के लिए बढ़ जाता है. वजह ये कि प्रधानमंत्री की तरह ही मुख्यमंत्री भी धुआंधार प्रचार करते हैं. जिस तरह देश भर में पीएम मोदी के प्रचार की मांग बढ़ती है. वैसे ही सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों के चुनावों में भी पीएम के बाद योगी आदित्यनाथ के भाषणों और प्रचार अभियान में आने की डिमांड बढ़ती है. इस तरह प्रचार के पिच पर भी विरोधियों को चित करने वाली ये जोड़ी जबरदस्त है.
भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आजतक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि राहुल गांधी हर विषय पर बिना समझे बयान देते रहते हैं. उन्होंने राहुल गांधी के बयानों को चुनौती देते हुए कहा कि वे बिना गहराई से समझे, विषयों पर टिप्पणी कर देते हैं. उन्होंने राफेल, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSU) के मामलों का उदाहरण दिया. देखें वीडियो.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इलेक्टोरल बॉन्ड के मामले में एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी इस मामले पर बयानबाजी नहीं कर सकती क्योंकि सभी पार्टियों को इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से कानूनी रूप से पैसा मिला है. उन्होंने यह भी बताया कि यह सब पर्लियामेंट के द्वारा लागू किए गए निर्णय के अनुसार हुआ है. वित्त मंत्री ने और क्या कहा, देखें वीडियो.
आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल ने एक इंटरव्यू में दिल्ली के सीएम हाउस में उनके साथ हुई बदसलूकी के बारे में खुलकर बताया. स्वाति मालीवाल ने कहा कि विभव कुमार आए और मुझे 7-8 थप्पड़ मारे. मुझे घसीटा. इस दौरान मेरा सिर टेबल से भी जा टकराया. मैं मदद के लिए बहुत चिल्लाई लेकिन बचाने के लिए कोई नहीं आया.
स्वाति मालीवाल ने कहा, 'विभव ने मुझे 7-8 थप्पड़ पूरी जोर से मारे. जब मैंने उन्हें पुश करने की कोशिश की तो उन्होंने मेरा पैर पकड़ लिया और मुझे नीचे घसीट दिया, उसमें मेरा सिर सेंटर टेबल से टकराया. मैं नीचे गिरी और फिर उन्होंने मुझे लातों से मारना शुरू किया. मैं बहुत जोर-जोर से चीख-चीखकर हेल्प मांग रही थी लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया.'