यूपी: कोरोना से गोरखपुर के गांव में दो महीने में 100 मौतों से दहशत, एक हेल्थ सेंटर तक नहीं
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गोरखपुर के गौनर गांव में दो महीने में 100 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से अधिकतर पॉजिटिव रहे हैं तो वहीं बाकी को भी बुखार, सर्दी-खांसी के साथ सांस लेने में परेशानी रही है. हैरत की बात ये है कि 15 हजार की आबादी वाले इस गांव में कोई भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं है.
कोरोना महामारी ने शहर से लेकर गांव तक कहर बरपा रखा है. शहर के बाद अब गांव में पांव पसार चुके कोरोना की रोकथाम के लिए तेजी से साफ-सफाई और सैनेटाइजेशन का अभियान चलाया जा रहा है. इस बीच यूपी के गोरखपुर के सरदार नगर ब्लॉक के गौनर गांव में पॉजिटव केस और मरने वालों का आंकड़ा चौकनें वाला है. यहां दो महीने में हुई 100 मौतों से लोग हैरान हैं. हैरत की बात ये है कि 15 हजार की आबादी वाले इस गांव में कोई भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं है. गोरखपुर से 30 किलोमीटर दूर ऐतिहासिक चौरीचौरा तहसील के सरदार नगर ब्लॉक के गौनर गांव में दो महीने में 100 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से अधिकतर पॉजिटिव रहे हैं तो वहीं बाकी को भी बुखार, सर्दी-खांसी के साथ सांस लेने में परेशानी रही है. गांव के हर घर में कोई न कोई पॉजिटिव है. यहां तक कि इस गांव के प्रधान भी पॉजिटिव हैं. यही वजह है कि यहां पर कोई न तो घर से निकलना चाहता है और न ही किसी से बात करना चाहता है. लोग अगल-बगल के घरों में जाने से भी डर रहे हैं, इसकी वजह भी साफ है दो महीने में हुई 100 मौतों ने इस गांव के लोगों में खौफ पैदा कर दिया है. गांव के रहने वाले पप्पू तिवारी बताते हैं कि इस गांव की आबादी 15 हजार है. वे कहते हैं कि दो महीने में अप्रैल से लेकर अब तक 100 लोगों की मौत हो गई है. इनमें से अधिकतर कोरोना से मरे हैं. ज्यादातर की मौत असामयिक ही है. टेस्टिंग होती, तो पता चलता कि मौत कैसे हुई.More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.