यूपीः बेगुनाह को फर्जी मुकदमें में भेजा था जेल, दो दारोगा समेत 4 पर FIR
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मनीष को पुलिस ने साल 2018 में चार अन्य मामलों में संलिप्त बता अपराधी बना दिया गया था. उसे गिरोह का सरगना बनाकर जेल भेज दिया गया. पुलिस ने चार्जशीट भी कोर्ट में दायर कर दिया. पीड़ित ने विशेष सचिव गृह अमिताभ त्रिपाठी से मामले की निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई थी.
यूपी की राजधानी लखनऊ में एक व्यक्ति के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने के पुराने मामले में अब एक्शन हुआ है. इस मामले की जांच के बाद क्राइम ब्रांच क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीबी-सीआईडी) ने दो दारोगा समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. सीबीसीआईडी ने ये मुकदमा लखनऊ के अलीगंज थाने में दर्ज कराया है. जानकारी के मुताबिक साल 2012 में पीड़ित मनीष मिश्रा ने रिटायर आईपीएस अधिकारी के बेटे संतोष कुमार का भवन किराये पर लेकर रेस्टोरेंट खोला था. मनीष ने रेस्टोरेंट के चल निकलने पर ये बिल्डिंग खरीदने की बात की और सौदा 40 लाख रुपये में तय भी हो गया. कथित रूप से मनीष ने संतोष के खाते में 20 लाख रुपये जमा भी करा दिए. जब रजिस्ट्री की बात आई तब संतोष टालमटोल करने लगा. मनीष के मुताबिक संतोष ने न तो रजिस्ट्री की और ना ही रुपये ही दिए. इस मामले में उसने तब अलीगंज थाने की गल्ला मंडी पुलिस चौकी पर तहरीर भी दी थी.करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.