
मोहब्बत का कत्ल, लाश के 20 टुकड़े... हर दिन अपने गुनाहों के सबूत मिटाता था आफताब
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आफताब अमीन पूनावाला ने जिस तरह से अपनी प्रेमिका को मौत के घाट उतारा है, उसे जानकर पुलिस भी सकते में है. क्योंकि उस शातिर कातिल ने केवल कत्ल के बाद लाश को ठिकाने ही नहीं लगाया, बल्कि बेहद शातिराना अंदाज में सबूतों को भी खुर्द-बुर्द कर दिया.
दिल्ली की खूनी प्रेम कहानी का अंजाम हर किसी को दहला रहा है. इस मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. जांच में पता चला है कि आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने अपनी महबूबा का कत्ल करने के बाद सारे सबूत मिटाने की तैयारी कर रखी थी. वो मर्डर करने के बाद हर दिन सबूतों को मिटा रहा था. उसने एक-एक कर तमाम सबूतों को खत्म कर दिया था. यहां तक कि उसने मौका-ए-वारदात यानी अपने फ्लैट को भी केमिकल से धोया था, ताकि खून के निशान कहीं बाकी ना रहें.
बड़ी सफाई से मिटाए सबूत आफताब अमीन पूनावाला ने जिस तरह से अपनी प्रेमिका को मौत के घाट उतारा है, उसे जानकर पुलिस भी सकते में है. क्योंकि उस शातिर कातिल ने केवल कत्ल के बाद लाश को ठिकाने ही नहीं लगाया, बल्कि बेहद शातिराना अंदाज में सबूतों को भी खुर्द-बुर्द कर दिया. जानकारी के मुताबिक आरोपी ने अपने कमरे में फैले खून को किसी केमिकल से पूरी तरह साफ कर दिया था. यहां तक कि वो अपना फ्रिज भी कई बार केमिकल से साफ कर चुका था. यही वजह है कि पुलिस ने फ्रिज बरामद तो कर लिया लेकिन उस फ्रिज में खून का एक भी धब्बा नहीं था.
श्रद्धा की छाती पर बैठ गया था आरोपी असल में अब पुलिस और फोरेंसिक टीम को इस खौफनाक कत्ल से जुड़े सबूत जुटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी है, क्योंकि दोनों जगहों पर ब्लड का कोई स्टेन मौजूद नहीं था. छानबीन और पूछताछ में पता चला है कि वारदात के दिन यानी 18 मई 2022 को जब आफताब और श्रद्धा का झगड़ा हुआ था, तो अफताब श्रद्धा की छाती पर बैठ गया था और फिर उसने अपनी प्रेमिका का गला दबा दिया था. जिससे उसकी मौत हो गई थी.
मुंबई के वसई इलाके में है श्रद्धा का घर पुलिस के मुताबिक, श्रद्धा मुंबई के वसई इलाके में संस्कृति बिल्डिंग में 5वें फ्लोर पर अपने पिता और भाई के साथ रहती थी. श्रद्धा के पिता का Inverter का बिजनेस है. वसई में ही श्रद्धा की पहचान आफताब पूनावाला से हुई थी. पूनावाला से हुई दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. घरवाले इस बात का विरोध करने लगे. इसी कारण आफताब और श्रद्धा घर से अलग नया गांव में लिवइन रिलेशनशिप में रहने लगे.
घरवालों के डर से दिल्ली आए थे दोनों लेकिन वहां उन्हें घरवालों का डर सता रहा था. लिहाजा, वे दोनों अपने आप को असुरक्षित मानकर दिल्ली आकर रहने लगे. अब कुछ दिनों से श्रद्धा का फोन और सोशल मीडिया अकाउंट बंद था. इसी कारण उसके पिता ने पुलिस को मिसिंग कम्प्लेंट की थी. दोनों की आखिरी लोकेशन माणिकपुर पुलिस की हद में आती थी. बताया जा रहा है कि माणिकपुर में ही दोनों साथ रहा करते थे.
छतरपुर में किराए पर रहते थे आरोपी और श्रद्धा बाद में दोनों दिल्ली शिफ्ट हुए और छतरपुर में किराए का मकान लेकर रहने लगे थे. मगर आए दिन उनके बीच झगड़े होते थे. जिस कारण आफताब ने श्रद्धा का खून कर डाला और उसे छिपाने के लिये उसने फ्रीज खरीदा था और जिसमें उसने लाश के टुकड़े रखे थे.

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