
मॉनसून ने बढ़ाई चिंता! मुंबई में तेजी से बढ़ सकते हैं कोरोना के मामले, 'युद्ध स्तर' पर बढ़ाई गई टेस्टिंग
AajTak
देश में कोरोना का सबसे बड़ा एपीसेंटर महाराष्ट्र रहा है. वहां भी मायानगरी मुंबई में स्थिति बद से बदतर होती दिखी. हालांकि काफी हद तक हालातों पर काबू पाया गया लेकिन अब एक बार फिर कोरोना मामलों के बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.
बृहन्मुंबई नगर निगम (Brihanmumbai Municipal Corporation) यानी कि बीएमसी ने जानकारी देते हुए बताया है कि मुंबई में कोरोना की जांच को लेकर अब तेजी लाई जाएगी. बताया जा रहा है कि टेस्ट के दौरान कोरोना पॉजिटिव रेट (Corona Positive Rate) छह फीसदी तक पहुंच गया है. ऐसे में बीएमसी (BMC) का कहना है कि हमने अपने सभी अधिकारियों से कोरोना की जांच को 'युद्ध स्तर पर' बढ़ाने के लिए कहा है. इसके अलावा टेस्ट लैब को भी पूरी तरह तैयार रहने के लिए भी निर्देश जारी किये गए हैं.
माना जा रहा है कि मॉनसून में कोरोना के मामलों में उछाल देखी जा सकती है. मंगलवार को मुंबई में कोरोना के 506 नए मामले सामने आए हैं. बीएमसी के अधिकारी आईएस चहल ने बताया कि मुंबई में कोरोना के रोजाना मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. मॉनसून भी दस्तक देने वाला है, ऐसे में कोरोना मामलों में काफी तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है. ऐसे में उन्होंने युद्ध स्तर पर टेस्टिंग को बढ़ाने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि कोरोना के खतरे को देखते हुए हमने टेस्टिंग लैब और कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रखा है, इसके अलावा लैब्स को कर्मचारियों को बढ़ाने के लिए भी कहा है. साथ ही 12 से 18 साल के बच्चों में वैक्सीनेशन अभियान और बूस्टर डोज को और तेजी से देने के लिए कहा है.
चहल ने बताया कि इसके अलावा जंबो फील्ड अस्पतालों को पर्याप्त रूप से स्टाफ और अभी अलर्ट पर रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही वार्ड के प्रभारी सहायक आयुक्तों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि वार्ड की स्थिति की समीक्षा करते रहें कि वहां कर्मचारी, चिकित्सा टीम और एम्बुलेंस बेहतर व्यवस्था में मौजूद रहें.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.






