मॉडलिंग एजेंट ने जब अक्षय कुमार से कहा- कभी नहीं होगा सक्सेसफुल, एक्टर ने यूं किया रिएक्ट
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एक समय उनके जीवन में ऐसा भी आया, जब एक मॉडलिंग एजेंट ने दावा किया था कि अक्षय कुमार अपने जीवन में कभी सक्सेसफुल हो ही नहीं पाएंगे. अक्षय कुमार का एक पुराना इंटरव्यू सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
मोस्ट लव्ड सेलेब्स में अक्षय कुमार (Akshay Kumar) टॉप 10 की लिस्ट में शुमार होते हैं. इस समय इंडस्ट्री के यह सबसे बिजी एक्टर हैं. इनके पास काफी सारे प्रोजेक्ट्स हैं, जिनपर वह काम कर रहे हैं. हालांकि, एक्टर के लिए यह सफर बहुत आसान नहीं रहा. एक समय उनके जीवन में ऐसा भी आया, जब एक मॉडलिंग एजेंट ने दावा किया था कि अक्षय कुमार अपने जीवन में कभी सक्सेसफुल हो ही नहीं पाएंगे. अक्षय कुमार का एक पुराना इंटरव्यू सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
अक्षय ने बयां किया किस्सा मिड-डे के एक पुराने इंटरव्यू में एक्टर ने अपने स्ट्रगलिंग के दौरान का समय बयां किया था. उन्होंने बताया था कि किस तरह उन्हें फिल्में मिलीं. अक्षय कुमार ने कहा था, "तो एक सुबह मैं उठा और वर्कआउट करने का प्लान करने लगा. उसी दिन शाम छह बजे मुझे बेंगलुरु जाना था, वह भई एक मॉडलिंग प्रोजेक्ट के लिए. सुबह 5:10 पर मेरे पास एयरपोर्ट से फोन आया. उस मॉडलिंग एजेंसी के बंदे ने मेरे से पूछा कि मैं कहां पर हूं. मैंने कहा, घर पर. और उसके बाद वह मेरे ऊपर चिल्लाने लगा. उनसे मेरे प्रोफेशनल बिहेवियर पर सवाल उठाए."
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"उसने मेरे से कहा कि तू कभी जीवन में सक्सेसफुल नहीं होगा और इस बात की मैं गारंटी लेता हूं. मैंने उससे पूछा, क्या हो गया? और फिर मुझे अहसास हुआ कि जि फ्लाइट को मैं समझ रहा था शाम की है, वह असल में सुबह 6 बजे की थी. मैं सच में रोने जैसा हो गया था. मैंने उससे कहा कि यार मैं भागकर, मोटरसाइकिल पर अभी आता हूं, लेकिन वह राजी नहीं हुआ. वह भी अपनी जगह ठीक था. उन्हें भी फ्लाइट पकड़नी थी. उसी दिन मेरा विजिटिंग कार्ड भी आ गया छप के."
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अक्षय कुमार ने बताया कि उसी दिन मैं नटराज स्टूडियो गया और फिल्ममेकर प्रमोद चक्रवर्ती के मेकअप मैन से मिला. उन्होंने मेरे से पूछा कि हीरो बनना है? मैंने कहा, 'हां यार, बनना है.' उन्होंने पूछा कि फोटो है? उस समय हम लोग बहुत बड़ी फोटोग्राफ्स के साथ घूमते थे. बहुत बड़ी एल्बम होती थी हमारे पास. उस समय डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स छोटी फोटोज नहीं देखते थे. मैं नहीं जानता कि फोटो में आखिर वह क्या देखना चाहते थे. सबकुछ लेकिन उन्हें करीब से देखना होता था. तो वह ऑफिस के अंदर प्रमोद चक्रवर्ती के पास लेकर गया. उन्होंने मुझे अंदर बुलाया और तीन फिल्में साइन करा लीं. पहली फिल्म के लिए मुझे पांच हजार दिए, दूसरी के लिए 50 हजार का चेक दिया और तीसरी के लिए डेढ़ लाख रुपये का चेक दिया. उन्होंने वे चेक मुझे साम 6 बजे दिए. अगर मैं बेंगलुरु चला जाता तो सच में मेरी किस्मत खराब रहती. आज मैं शायद किसी कंपनी से केवल एक रिटायर्ड ऑफिसर होता. तो जो होता है अच्छे के लिए होता है.