मेघालय : पूर्व आतंकी के एनकाउंटर के बाद फैली हिंसा के बीच गृह मंत्री ने दिया इस्तीफा
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थांगख्यू ने 2018 में सरेंडर कर दिया था. हालांकि, पुलिस राज्य में हुए आईईडी ब्लास्ट के मामलों में थांगख्यू के घर रेड डालने पहुंची थी. पुलिस का कहना है कि थांगख्यू ने इस दौरान चाकू से पुलिस टीम पर हमला करने की कोशिश की. इसके बाद उसपर फायरिंग की गई. पुलिस का कहना है कि उसके पास सबूत हैं कि थांगख्यू सरेंडर के बाद हुए आईईडी ब्लास्ट में मास्टरमाइंड था.
मेघालय (Meghalaya) के गृह मंत्री (Home Minister) लहकमन रिम्बुई ( Lahkmen Rymbui) ने एनकाउंटर में मारे गए पूर्व आतंकी को लेकर फैली हिंसा के बीच रविवार को इस्तीफा दे दिया. इतना ही नहीं रिम्बुई ने मुख्यमंत्री कोनराड संगमा (Chief Minister Conrad K Sangma) से अपील की है कि चेरिस्टरफील्ड थांगख्यू (Cheristerfield Thangkhiew) के एनकाउंटर की न्यायिक जांच कराई जाए. थांगख्यू प्रतिबंधित हाइनिवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (Hynniewtrep National Liberation Council) का महासचिव था और उसने आत्मसमर्पण कर दिया था. सीएम संगमा को लिखे पत्र में गृह मंत्री रिम्बुई ने लिखा, मैं उस घटना पर दुख व्यक्त करता हूं, जिसमें पुलिस ने छापेमारी के बाद चेस्टरफील्ड को कानून के वैध सिद्धांतों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मार दिया.जर्मनी से 35 दिन बाद वापस लौटने पर जेडीएस के निष्कासित सांसद रेवन्ना को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया था. कर्नाटक पुलिस की एसआईटी ने कोर्ट से रेवन्ना की 14 दिनों की कस्टडी की मांग की थी. दोनों पक्षों की तरफ से अपनी-अपनी दलीलें दी गईं. लंबी-चौड़ी दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने रेवन्ना को 6 जून तक SIT हिरासत में भेज दिया है.
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बार और रेस्टोरेंट्स की ओर से पेश वकील वीना थडानी ने तत्काल सुनवाई के लिए याचिकाओं का उल्लेख किया और कहा कि पुणे में हुई घटना के बाद से कुछ दस्तावेज प्रस्तुत न करने जैसे मामूली मुद्दों पर बार और रेस्टोरेंट्स के लाइसेंस निलंबित किए जा रहे हैं. थडानी ने कहा कि इन प्रतिष्ठानों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है.
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