
महाराष्ट्र: बमबाजी, आगजनी और पथराव से दहला संभाजीनगर, दो युवकों के झगड़े के बाद शहर में जबरदस्त हिंसा
AajTak
छत्रपति संभाजीनगर के सीपी निखिल गुप्ता का कहना है कि पुलिस घटना पर पैनी निगाह रखी हुई है. जगह जगह पुलिस की गश्त जारी है. उन्होंने कहा कि घटना को अंजाम देने वालों की पुलिस पहचान की जा रही है. उन्होंने कहा कि ऐसे तत्वों को पकड़कर कड़ी सजा दी जाएगी.
महाराष्ट्र के संभाजीनगर के किराडपुरा में दो समुदायों के बीच जबरदस्त हिंसा हुई है. किराडपुरा में स्थित राम मंदिर के बाहर रात 12:30 बजे दो नौजवानों के बीच छोटी सी अनबन हुई. इसके बाद कुछ लोग बड़ी तादाद में इकट्ठा हो गए. इसके बाद पथराव शुरू हो गया. उपद्रवियों ने कई वाहनों में आग लगा दी. बदमाशों ने पुलिस के वाहनों को भी आग लगा दिया. इसके अलावा बमबाजी की घटना भी सामने आई है.
फिलहाल स्थिति पर पुलिस ने नियंत्रण कर लिया है और पूरे शहर में पुलिस का कड़ा बंदोबस्त है. पुलिस ने किराडपुरा इलाके में आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं. वाहनों में लगी आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गई हैं.
पुलिस के अनुसार ये मामला रात साढ़े 12 बजे का है. बताया जा रहा है कि संभाजीनगर में मंदिर के बाहर हिंसा की शुरूआत हुई. देखते ही देखते बड़ी संख्या में दोनों पक्षों के लोग इकट्ठा हो गए, और एक दूसरे पर हमला शुरू कर दिया. गाड़ियों को फूंक दिया. इस दौरान पथराव हुआ और बम भी फेंके गए. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात काबू में करने की कोशिश की. वहां अभी भी इलाके में तनाव है. हालात को देखते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है.
हिंसा की घटना के बाद आगजनी वाली जगह पर कुछ मुस्लिम धर्मगुरु पहुंचे. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.
इस दौरान स्थानीय सांसद इम्तियाज जलील खुद औरंगाबाद के किराडपुरा राम मंदिर में पहुंचे और उन्होंने बताया कि राम मंदिर में कोई भी मामला नहीं हुआ है. जो भी घटना हुई है वो राम मंदिर के बाहर ही हुई है.
संभाजीनगर के पुलिस अधिकारी सीपी का कहना है की दो नौजवानों के बीच हुई घटना बड़े झगड़े में तब्दील हो गई. इसके बाद पत्थरबाजी शुरू हो गयी और पुलिस समेत कई वाहनों में आग लगा दी गई. पुलिस ने बल प्रयोग कर सभी को हटा दिया है और अभी फिलहाल शांति है. पुलिस ने सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







