मणिपुर से भटकी संसद फ्लाइंग किस पर अटकी: दिन भर, 9 अगस्त
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लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बीच कल से एक सवाल था कि राहुल गांधी कब बोलेंगे. सारे कयासों पर विराम लगाते हुए वो बोले, राहुल के भाषण के हाईलाइट्स क्या रहे, इसकी टाइमिंग कितनी सही रही, सरकार को उन्होंने घेरा, लेकिन ख़ुद कैसे घिर गए, गरीबों को मुफ्त इलाज की गारंटी देने वाली मोदी सरकार की योजना आयुष्मान भारत में स्कैम हुआ है - CAG की रिपोर्ट ऐसा कहती है. किस तरह करप्शन हुआ है इसमें, कितना बड़ा है ये और सरकार को कितना परेशान करने वाला है, चंदन तस्कर के नाम से कुख़्यात वीरप्पन अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उसके ऊपर एक डॉक्यूमेंट्री आई है. जिससे लोगों में उसके साथियों और परिवार वालों के बारे में जानने की उत्सुकता है. तो वीरप्पन की बेटियों के बारे में बताएँगे आपको, कहाँ हैं वो और क्या कर रही है, एक रिपोर्ट कहती है कि चीन की अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है. क्या वाकई ऐसा है और अगर है तो इसका ग्लोबल इम्पैक्ट क्या होने वाला है, सुनिए ज्ञान-ध्यान में, जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल गांधी कब बोलेंगे, इसको लेकर परसों से ही क़यास लगाए जा रहे थे. राहुल गाँधी का वो भाषण आज हुआ. अपने भाषण की शुरुवात उन्होंने रूमी के इस कोट से की। राहुल ने सरकार को ताना मारते हुए कहा कि वो आज अडानी के मुद्दे पर बात नहीं करेंगे। लेकिन उन्होंने ज़िक्र किया अपनी भारत जोड़ो यात्रा का और मणिपुर का।
राहुल के भाषण के बाद बीजेपी सांसद और और मिनिस्टर ऑफ़ वुमन एंड चाइल्ड डेवेलपमेंट स्मृति ईरानी ने उनका जवाब दिया. कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखे हमले किये।
इसके बाद आज संसद में गृह मंत्री अमित शाह का भी भाषण हुआ. अपने भाषण में अमित शाह बोले कि देश में यात्रा मैंने भी की है. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रति न- जनता को अविश्वास है न सदन को अविश्वास है. इसका उद्देश्य जनता में भ्रांति पैदा करना है. अपने भाषण में उन्होंने UPA पर भी निशाना साधा।
लेकिन इन सब भाषणों से इतर आज हेडलाइंस में आया राहुल गाँधी का सदन में फ्लाइंग किस देना। दरअसल, जब राहुल गांधी सदन से बाहर निकल रहे थे तो उस वक्त उनके कुछ कागज गिर गए। जिनको उठाने के लिए वह नीचे झुके तो बीजेपी के सांसद हंसने लगे। इस पर राहुल ने उनकी तरफ फ्लाइंग किस का जेस्चर किया, सुनिए 'दिन भर' में
साल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की धरती से आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी. सरकार का दावा है कि आयुष्मान भारत दुनिया भर में हेल्थ केयर सेक्टर की सबसे बड़ी योजना है. इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के पाँच लाख रुपए तक का इलाज का पैसा सरकार देती है. लेकिन इसमें एक बड़ी धांधली हुई है. cag यानी Comptroller and Auditor General of India की एक रिपोर्ट में ऐसा कहा गया है. इस योजना से जुड़े आंकड़ों को खंगालने पर CAG को इस गड़बड़ी का पता चला है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर, 2018 से मार्च, 2021 तक साढ़े 7 लाख लोगों ने एक ही फोन नंबर से अपना रेजिस्ट्रैशन करवाया है. ये फोन नंबर ऐसे हैं जो देखकर ही फ़र्ज़ी लगते हैं. जैसे किसी नंबर में 10 बार 9 ही लिखा है, किसी नंबर में 10 बार 8 ही लिखा है और ऐसी लाखों एंट्रीज हैं. लेकिन झोल इतना भर ही नहीं है. फैमिली साइज़ यानि आपके परिवार में कितने लोग है .. इसमें भी गड़बड़ी है. लगभग 43 हज़ार परिवार ऐसे रजिस्टर हुए हैं जिनके सदस्यों की संख्या 11 से 201 तक जाती है. अब सवाल उठता है कि एक ऐसी योजना जिसके बारे में सरकार ने ख़ूब ढिंढ़ोरा पीटा, हर चुनाव में इसका प्रचार किया, उसमें ऐसी गड़बड़ी का होना, क्या सरकार के लिए एक सेटबैक नहीं है? सुनिए 'दिन भर' में
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