
'मंदिरों पर हमला करने वाले हमारे कानून की ताकत देखेंगे', PM मोदी की चिंता पर ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने दिया भरोसा
AajTak
पीएम मोदी ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज के समक्ष वहां के मंदिरों पर हो रहे हमलों का मुद्दा उठाया था. अब इस मामले को लेकर एंथनी अल्बानीज ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वे धार्मिक इमारतों पर हो रहे हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे और ऐसा करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया में भारतीय धार्मिक स्थलों पर हो रहे हमलों को लेकर प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीस ने बड़ा बयान दिया है. अल्बानीस ने कहा कि उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को आश्वासन दिया है कि ऑस्ट्रेलिया धार्मिक स्थलों पर हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने दो टूक कहा कि इस तरह की गतिविधियों के लिए जिम्मेदार किसी भी शख्स को 'कानून की पूरी ताकत' का सामना करना पड़ेगा. अल्बानीस का यह बयान उस समय आया है, जब कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने उनके समक्ष ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हो रहे हमलों का मामला उठाया था.
हमले नहीं करेंगे बर्दाश्त
अल्बानीस ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया एक ऐसा देश है जो लोगों की आस्था का सम्मान करता है और वह धार्मिक इमारतों पर किसी भी तरह के हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा, चाहे वे हिंदू मंदिर हों, मस्जिद हों या चर्च हों. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका के बीच हुए एक त्रिपक्षीय सुरक्षा व्यवस्था ऑकस (AUKUS) की जानकारी दी. सितंबर 2021 में हुए इस समझौते के तहत, परमाणु ताकत से लैस पनडुब्बियों का बेड़ा तैयार किया जाएगा जो ऑस्ट्रेलिया के तटीय इलाकों की सुरक्षा और निगरानी करेंगी.
पीएम मोदी को दिया आश्वासन
अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा समाप्त करने से पहले, अल्बानीस ने ऑस्ट्रेलियाई पत्रकारों के एक समूह से कहा कि देश की सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करेंगी कि धार्मिक इमारतों पर हमले के जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़े. उन्होंने कहा, 'मैंने उन्हें (पीएम मोदी को) आश्वासन दिया है कि ऑस्ट्रेलिया एक ऐसा देश है जो लोगों की आस्था का सम्मान करता है. हम धार्मिक इमारतों पर इस तरह के चरमपंथी हरकतों और हमलों को बर्दाश्त नहीं करते हैं, चाहे वे हिंदू मंदिर हों या मस्जिद हों या फिर चर्च. ऑस्ट्रेलिया में इस तरह की हरकतों के लिए कोई जगह नहीं है और हम यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी पुलिस और हमारी सुरक्षा एजेंसियों के माध्यम से हरसंभव कार्रवाई करेंगे. इसके लिए जिम्मेदार लोगों को नहीं बख्शा जाएगा. हम एक सहिष्णु बहुसांस्कृतिक राष्ट्र हैं.'
पीएम मोदी ने उठाया था मुद्दा

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







