भारत की नागरिकता छोड़कर किन देशों में बस रहे लोग, 48 भारतीयों ने पाकिस्तान को बनाया नया ठिकाना
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केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में बताया कि विदेश मंत्रालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, जिन लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है, वे 120 देशों में नागरिकता ली है. इतना ही नहीं इन लोगों ने अपनी निजी वजहों से भारत की नागरिकता छोड़ी है.
पिछले 3 साल में 3.92 लाख लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ दी. खास बात ये है कि भारत के इन नागरिकों ने 120 देशों की नागरिकता हासिल की है. इनमें से सबसे ज्यादा 1.70 लाख लोगों ने अमेरिका की नागरिकता ली है. केंद्र सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में यह जानकारी दी. इतना ही नहीं इस दौरान 48 नागरिक ऐसे हैं, जिन्होंने भारत छोड़कर पाकिस्तान की नागरिकता ली है.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में बताया कि विदेश मंत्रालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, जिन लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है, वे 120 देशों में नागरिकता ली है. इतना ही नहीं इन लोगों ने अपनी निजी वजहों से भारत की नागरिकता छोड़ी है.
तीन सालों में 3,92,643 लोगों ने छोड़ी नागरिकता
नित्यानंद राय ने लिखित जवाब में बताया कि 2019, 2020 और 2021 में 3,92,643 लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है. इनमें से 1,70,795 लोगों ने अमेरिका की नागरिकता ली. जबकि 64,071 लोग कनाडा के नागरिक बन गए हैं. इसके अलावा 58,391 लोगों ने ऑस्ट्रेलिया, 35,435 लोगों ने यूके, 12131 लोगों ने इटली और 8,882 लोगों ने न्यूजीलैंड की नागरिकता ली है. जबकि 7,046 लोग सिंगापुर, 6,690 लोग जर्मनी, 3,754 लोग स्वीडन और 48 लोग पाकिस्तान पहुंचे हैं.
2021 की बात करें तो पिछले एक साल में 1,63,370 लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है. इनमें से सबसे ज्यादा 78,284 भारतीयों ने अमेरिका की, 23,533 लोगों ने ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता ली है. वहीं, 21,597 लोग कनाडा और 14,637 ब्रिटेन पहुंचे हैं.
पिछले 5 साल में 6 लाख से ज्यादा नागरिकों ने नागरिकता छोड़ी
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.