
'बॉलीवुड ने हाथ खींचा, मार्केट से गायब हो गए आतिफ-राहत', PAK सिंगर ने बताया कैसे गाने हो रहे चोरी
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अबरार ने हाल ही में बताया कि आतिफ असलम और राहत फतेह अली खान जैसे बड़े सिंगर्स आज की तारीख में मार्केट से गायब क्यों हो गए हैं. इसके पीछे भारत में पाक आर्टिस्ट पर लगा बैन तो वजह है ही लेकिन कॉपीराइट का भी अलग मसला है. उन्होंने बताया कि बॉलीवुड का लॉसूट कैसे काम करता है.
फिल्म इंडस्ट्री में अक्सर गानें या फिल्म की स्टोरी को इंस्पिरेशन बताकर कॉपी किया जाता है. लेकिन बिना परमिशन या राइट्स खरीदे, किसी गाने को कॉपी कर अपना बताने पर मामला लीगल हो जाता है. करण जौहर की फिल्म 'जुग जुग जियो' का पॉपुलर ट्रैक 'नच पंजाबन' असल में पाकिस्तान के सिंगर अबरार-उल-हक का गाया हुआ है. वो इस पर अपना कॉपीराइट बताते हैं.
अबरार ने हाल ही में अहमद अली बट के पॉडकास्ट में इसकी डिटेल्स दीं और साथ ही बताया कि आतिफ असलम और राहत फतेह अली खान जैसे बड़े सिंगर्स आज की तारीख में मार्केट से गायब क्यों हो गए हैं. इसके पीछे भारत में पाक आर्टिस्ट पर लगा बैन तो वजह है ही लेकिन कॉपीराइट का भी अलग मसला है. उन्होंने बताया कि बॉलीवुड का लॉसूट कैसे काम करता है.
कोर्ट में है मामला
अबरार से जब पूछा गया कि आपका गाना नच पंजाबन इंडिया में कॉपी किया गया है, उस पर आपने केस भी किया था, उसका क्या हुआ? तो अबरार बोले- केस चल रहा है उस पर, जैसे ही साबित हो जाएगा तो सब वापस आ जाएगा. अभी तो जितने भी मार्केट में चोर हैं, जो हमारे गानों पर हक जमा कर बैठे हुए हैं, हम स्ट्रगल कर रहे हैं कि हम अपने गाने वापस ला सकें. सारे गानों के राइट्स तो हमारे पास नहीं है, लेकिन वो लोग सारे जाली दस्तावेज बनाकर अपने पास रखे हुए हैं. तो जैसे ही कोर्ट में सच साबित हो जाएगा हमारे गाने वापस आ जाएंगे.
आतिफ-राहत का सिर्फ गला यूज हुआ
इसी के साथ अबरार ने आतिफ और राहत का उदाहरण देते हुए बताया कि क्यों उनके नए गाने नहीं आ पा रहे हैं. वो बोले- दरअसल, होता क्या है कि मैं तो अपने गानें खुद लिखता हूं और कम्पोज करता हूं. जैसे आतिफ भारत गए थे तो कई सारे गानें गाए. लेकिन वहां गाना लिख कोई और रहा है, कम्पोज कोई और कर रहा है. उनका सिर्फ गला यूज हो रहा है. वो बड़े होते गए... होते गए... क्योंकि पूरी इंडस्ट्री लगी थी उन्हें बैकअप करने के लिए. तो क्या हमारे पाकिस्तानी म्यूजिक इंडस्ट्री में कोई है जो बैकअप करे? नहीं है. हमें यहां सब खुद करना पड़ता है.













