बॉर्डर संघर्ष: मिजोरम से सटे 3 जिलों में असम तैनात करेगा कमांडो बटालियन, शहीदों के परिवार को 50 लाख की मदद
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असम-मिजोरम खूनी संघर्ष में जान गंवाने वाले 5 पुलिसकर्मियों के लिए सीएम हेमंत बिस्वा शर्मा ने मुआवजे का ऐलान किया है. इसमें शहीद हुए पांच पुलिसकर्मियों के परिवारों को 50-50 लाख की आर्थिक मदद मिलेगी.
असम-मिजोरम के बीच बॉर्डर विवाद (assam mizoram border dispute) में जो खूनी संघर्ष हुआ, उसके बाद असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने बड़ा फैसला किया है. इसमें मिजोरम से सटे तीन जिलों में कमांडो बटालियन की तैनाती का ऐलान किया गया है. सीएम हेमंत बिस्वा शर्मा ने बताया कि कछार, करीमगंज, हैलाकांडी में तीन कमांडो बटालियन की तैनाती होगी.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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